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लॉकडाउन 3.0 के पहले दिन राहत मिलने पर उमड़ी भीड़, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जताई चिंता

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल (फाइल फोटो)
– फोटो : एएनआई

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लॉकडाउन से ढील देने पर सोमवार को खुली शराब की दुकानों पर लोगों के हुजूम उमड़ने पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने चिंता जताई है। मंत्रालय का कहना है कि अगर लोगों द्वारा सामाजिक दूरी के नियमों का पालन नहीं किया गया तो संक्रमण बढ़ेगा। 

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल सोमवार  ने कहा कि लॉकडाउन 3.0 के पहले दिन सामाजिक दूरी का पालन न होना चिंताजनक है। अब तक के सुरक्षात्मक उपायों से हम सामान्य स्थिति की ओर लौट रहे हैं। सामाजिक दूरी, मास्क लगाने और साफ-सफाई का कड़ाई से पालन करते रहना होगा।

हम सामाजिक जिम्मेदारी निभाने में असफल हुए तो मामले और बढ़ सकते हैं। अग्रवाल ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी पहले ही कह चुके हैं कि जान भी जरूरी है और जहान भी, इसलिए लॉकडाउन से मिलने वाली राहतों का लाभ लोगों को पूरी सतर्कता के साथ लेना चाहिए। 

उन्होंने कहा, जरूरी काम होने पर ही घरों से निकलें और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। जबकि लोग ऐसा नहीं कर रहे हैं। ऐसे में ढील दी गई तो देश में कोरोना के संक्रमण का दायरा तेजी से बढ़ सकता है। अग्रवाल ने कहा कि अगर लोग सोचते हैं कि उन्हें संक्रमण नहीं होगा तो वह खुद के साथ अपने परिवार, पड़ोस को मुश्किलों में डाल रहे हैं। साथ ही अग्रवाल ने बताया, देश में अब तक 11,07,233 सैंपलों की जांच हुई है।  

गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि, राज्यों से सामंजस्य बनाए रखने को कहा गया है  ताकि माल ढुलाई के आवागमन में कोई समस्या नहीं आए। इसके लिए गृह मंत्रालय ने कंट्रोल रूम नंबर 1930 और नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया हेल्पलाइन नंबर 1033 जारी किया है और कहा है कि इसका उपयोग ड्राइवरों और ट्रांसपोर्टरों द्वारा लॉकडाउन से संबंधित किसी भी शिकायत को दर्ज करने के लिए किया जा सकता है।

मई के तीसरे हफ्ते में बढ़ सकते हैं संक्रमित, माह अंत में हालात सुधरेंगे 

केंद्र सरकार का आकलन है कि मई के तीसरे हफ्ते संक्रमितों की संख्या बढ़ेगी। इसके बाद वायरस की उल्टी गिनती शुरू होगी। मई के अंत तक स्वस्थ होने वालों की संख्या 27.5 फीसदी से बढ़कर 50 फीसदी से ऊपर हो जाएगी। 

शुरुआती दौर में संक्रमण की दर 4.5 फीसदी थी, जो अब घटकर 3.8 फीसदी रह गई है। संक्रमितों की संख्या भले 40,000 के आंकड़े को पार कर गई है, मगर दूसरा पहलू यह भी है कि 12 हजार लोग स्वस्थ हो चुके हैं। सरकार के एक वरिष्ठ योजनाकार के मुताबिक, संक्रमण की दस्तक के दो हफ्ते बाद भी इसे करीब 20 जिलों तक सीमित रखने में कामयाबी मिली है।

इन्हीं बीस जिलों में 70 फीसदी संक्रमित हैं और 72 फीसदी मौतें भी इन्हीं जिलों में हुई हैं। उनका दावा है कि 20 सर्वाधिक प्रभावित जिलों का असर उनके पड़ोसी जिलों पर नहीं पड़ा है। उनके मुताबिक, इसका अर्थ यह है कि इन जिलों में सरकार की योजना कामयाब हो रही है।

लॉकडाउन से ढील देने पर सोमवार को खुली शराब की दुकानों पर लोगों के हुजूम उमड़ने पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने चिंता जताई है। मंत्रालय का कहना है कि अगर लोगों द्वारा सामाजिक दूरी के नियमों का पालन नहीं किया गया तो संक्रमण बढ़ेगा। 

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल सोमवार  ने कहा कि लॉकडाउन 3.0 के पहले दिन सामाजिक दूरी का पालन न होना चिंताजनक है। अब तक के सुरक्षात्मक उपायों से हम सामान्य स्थिति की ओर लौट रहे हैं। सामाजिक दूरी, मास्क लगाने और साफ-सफाई का कड़ाई से पालन करते रहना होगा।

हम सामाजिक जिम्मेदारी निभाने में असफल हुए तो मामले और बढ़ सकते हैं। अग्रवाल ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी पहले ही कह चुके हैं कि जान भी जरूरी है और जहान भी, इसलिए लॉकडाउन से मिलने वाली राहतों का लाभ लोगों को पूरी सतर्कता के साथ लेना चाहिए। 

उन्होंने कहा, जरूरी काम होने पर ही घरों से निकलें और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। जबकि लोग ऐसा नहीं कर रहे हैं। ऐसे में ढील दी गई तो देश में कोरोना के संक्रमण का दायरा तेजी से बढ़ सकता है। अग्रवाल ने कहा कि अगर लोग सोचते हैं कि उन्हें संक्रमण नहीं होगा तो वह खुद के साथ अपने परिवार, पड़ोस को मुश्किलों में डाल रहे हैं। साथ ही अग्रवाल ने बताया, देश में अब तक 11,07,233 सैंपलों की जांच हुई है।  


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गृह मंत्रालय ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

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