वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, पेरिस
Updated Sat, 31 Oct 2020 08:48 AM IST
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला
– फोटो : ANI
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
ख़बर सुनें
सूत्रों ने बताया कि विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने इस बात पर भी जोर दिया कि आतंकवाद और कट्टरपंथ सेंसरशिप का सबसे अधिक प्रभावी रूप बनकर उभर रहा है। पेरिस और नीस में पिछले सप्ताह की घटनाएं भयावह रही हैं। भारत फ्रांस के साथ खड़ा है।
Foreign Secretary Harsh Vardhan Shringla also emphasised that terrorism and the radicalism that gives rise to it are the most chilling form of censorship. The events of the past week in Paris and Nice have been horrific. India stands by France: Sources https://t.co/Tj8Gj4pVPD
— ANI (@ANI) October 31, 2020
सूत्रों ने बताया कि श्रृंगला ने यह भी कहा कि हम इस तरह की घटनाओं को लेकर यह नहीं मान सकते कि यह केवल एक व्यक्ति का काम है या गुमराह व्यक्तियों द्वारा ऐसा किया जा रहा है। इसमें कई देशों और संगठित संस्थानों का समर्थन होता है। उन्होंने कहा, आप जानते हैं वे लोग कौन हैं। हम एक समन्वित और निश्चित प्रतिक्रिया को स्थगित नहीं कर सकते हैं और न ही करना चाहिए।
इससे पहले, हर्षवर्धन श्रृंगला ने शुक्रवार को फ्रांस के अंतरराष्ट्रीय संबंध और रणनीति महानिदेशक (डीजीआरआईएस) के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में उन्होंने भारत-प्रशांत क्षेत्र एवं समुद्री सुरक्षा, रक्षा साझेदारी और क्षेत्रीय सुरक्षा सहयोग पर चर्चा की।
वहीं, उन्होंने पेरिस (फ्रांस) में भारतीय दूतावास का दौरा भी किया। श्रृंगला अपने सप्ताह भर के तीन देशों के यूरोप दौरे के पहले चरण में फ्रांस में हैं। फ्रांस से वह जर्मनी और ब्रिटेन की यात्रा करेंगे।
