Desh

केरल : थालास्सेरी पुलिस ने इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए छह दिसंबर तक निषेधाज्ञा जारी की, धारा 144 लागू

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कन्नूर
Published by: Kuldeep Singh
Updated Sat, 04 Dec 2021 12:53 AM IST

सार

केरल में कन्नूर जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियात के तौर पर थालास्सेरी पुलिस थाने की सीमा के भीतर निषेधाज्ञा जारी की। पुलिस ने भाजपा और संघ परिवार के अन्य संगठनों द्वारा निकाली जा रही रैली पर रोक लगा दी। यह कार्रवाई संभावित हिंसा और झड़पों की खुफिया रिपोर्टों के बाद की गई। निषेधाज्ञा जारी होने के बाद थालास्सेरी में दुकानें और प्रतिष्ठान बंद रहे।

केरल पुलिस (प्रतीकात्मक तस्वीर)

ख़बर सुनें

केरल में कन्नूर के जिला कलेक्टर एस. चंद्रशेखर ने शुक्रवार को इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियात के तौर पर थालास्सेरी पुलिस थाने की सीमा के भीतर निषेधाज्ञा जारी की। साथ ही थालास्सेरी पुलिस ने भाजपा और संघ परिवार के अन्य संगठनों द्वारा निकाली जा रही रैली पर रोक लगा दी।

जिले में धारा 144 लागू, दुकानें बंद
थालास्सेरी पुलिस द्वारा यह कार्रवाई संभावित हिंसा और झड़पों की खुफिया रिपोर्टों के बाद की गई। निषेधाज्ञा जारी होने के बाद थालास्सेरी में दुकानें और प्रतिष्ठान बंद रहे। कलेक्टर एस. चंद्रशेखर ने सीआरपीसी की धारा 144 के तहत 3 दिसंबर से 6 दिसंबर तक प्रभावी आदेश जारी करते हुए थाना सीमा के भीतर अवैध रूप से इकट्ठा होने, हथियारों के साथ यात्रा करने, भड़काऊ नारे लगाने, किसी भी तरह के प्रदर्शन और सभा पर प्रतिबंध लगाने के आदेश जारी किए।

भाजपा और संघ परिवार संगठनों ने विरोध रैली निकालने का किया था फैसला 
भाजपा और संघ परिवार के अन्य संगठनों ने शुक्रवार को थालास्सेरी में एक बड़ी विरोध रैली निकालने का फैसला किया था। हालांकि, झड़प और हिंसा की संभावनाओं को देखते हुए कलेक्टर ने प्रतिबंध लगा दिया। लेकिन निषेधाज्ञा के बावजूद भाजपा और संघ परिवार के कार्यकर्ताओं ने भाजपा जिलाध्यक्ष एन. हरिदास के नेतृत्व में विरोध मार्च निकाला गया।

हालांकि, कन्नूर जिला पुलिस प्रमुख आर. इलांगो के नेतृत्व में पुलिस कर्मियों की एक बड़ी टुकड़ी ने धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों को रोक दिया। केटी के दौरान आयोजित रैली के बाद से क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है।

1 दिसंबर को थालास्सेरी में भाजपा द्वारा जयकृष्णन स्मारक मार्च निकाला गया था। रैली के दौरान कार्यकर्ताओं ने भड़काऊ नारे लगाए। इसके बाद एसडीपीआई और इंडियन यूनियन ऑफ मुस्लिम लीग सहित संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया।

विस्तार

केरल में कन्नूर के जिला कलेक्टर एस. चंद्रशेखर ने शुक्रवार को इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियात के तौर पर थालास्सेरी पुलिस थाने की सीमा के भीतर निषेधाज्ञा जारी की। साथ ही थालास्सेरी पुलिस ने भाजपा और संघ परिवार के अन्य संगठनों द्वारा निकाली जा रही रैली पर रोक लगा दी।

जिले में धारा 144 लागू, दुकानें बंद

थालास्सेरी पुलिस द्वारा यह कार्रवाई संभावित हिंसा और झड़पों की खुफिया रिपोर्टों के बाद की गई। निषेधाज्ञा जारी होने के बाद थालास्सेरी में दुकानें और प्रतिष्ठान बंद रहे। कलेक्टर एस. चंद्रशेखर ने सीआरपीसी की धारा 144 के तहत 3 दिसंबर से 6 दिसंबर तक प्रभावी आदेश जारी करते हुए थाना सीमा के भीतर अवैध रूप से इकट्ठा होने, हथियारों के साथ यात्रा करने, भड़काऊ नारे लगाने, किसी भी तरह के प्रदर्शन और सभा पर प्रतिबंध लगाने के आदेश जारी किए।

भाजपा और संघ परिवार संगठनों ने विरोध रैली निकालने का किया था फैसला 

भाजपा और संघ परिवार के अन्य संगठनों ने शुक्रवार को थालास्सेरी में एक बड़ी विरोध रैली निकालने का फैसला किया था। हालांकि, झड़प और हिंसा की संभावनाओं को देखते हुए कलेक्टर ने प्रतिबंध लगा दिया। लेकिन निषेधाज्ञा के बावजूद भाजपा और संघ परिवार के कार्यकर्ताओं ने भाजपा जिलाध्यक्ष एन. हरिदास के नेतृत्व में विरोध मार्च निकाला गया।

हालांकि, कन्नूर जिला पुलिस प्रमुख आर. इलांगो के नेतृत्व में पुलिस कर्मियों की एक बड़ी टुकड़ी ने धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों को रोक दिया। केटी के दौरान आयोजित रैली के बाद से क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है।

1 दिसंबर को थालास्सेरी में भाजपा द्वारा जयकृष्णन स्मारक मार्च निकाला गया था। रैली के दौरान कार्यकर्ताओं ने भड़काऊ नारे लगाए। इसके बाद एसडीपीआई और इंडियन यूनियन ऑफ मुस्लिम लीग सहित संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया।

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

19
Desh

Cyclone Jawad alert : आंध्र-ओडिशा के तटों से कल टकरा सकता है ‘जवाद’, तेज बारिश का अलर्ट, पीएम मोदी ने की बैठक

16
Desh

ओमिक्रॉन : हर घर दस्तक देने में लापरवाही, टीका बेअसर होने के सुबूत नहीं, लेकिन अभी भी हम एक बात से अनजान

15
videsh

बैंकॉक : शिकारियों की दर्जनों गोलियां खाने के बाद भी बची तीन माह के हाथी की जान

To Top
%d bloggers like this: