वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, प्योंगयांग
Published by: सुभाष कुमार
Updated Tue, 12 Oct 2021 03:27 PM IST
सार
किम ने कहा कि उत्तर कोरिया इन हथियारों का निर्माण अपनी आत्मरक्षा के लिए कर रहा है, न कि किसी युद्ध के लिए। किम ने अमेरिका पर क्षेत्र में अपने गलत कदमों द्वारा अशांति फैलाने का भी आरोप लगाया।
हथियारों की प्रदर्शनी में शामिल किम जोंग।
– फोटो : social media
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने एक बार फिर से दुनिया के सामने अपने शक्तिशाली हथियारों के जखीरे का प्रदर्शन किया है। देश की राजधानी प्योंगयांग में एक रक्षा प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था। इस प्रदर्शनी में तानाशाह किम कई अत्याधुनिक किस्म के हथियारों, टैंक , रॉकेट और परमाणु क्षमता से लैस बैलिस्टिक मिसाइलों से घिरे नजर आए। यह मिसाइल मुख्य रूप से अमेरिका तक पहुंच के लिए बनाए गए हैं।
अमेरिका के खिलाफ बनाएंगे अजेय सेना
किम ने इस अवसर पर कहा कि वह अमेरिका के खिलाफ एक अजेय सेना का निर्माण करेंगे। किम ने यह भी कहा कि उत्तर कोरिया इन हथियारों का निर्माण अपनी आत्मरक्षा के लिए कर रहा है, न कि किसी युद्ध के लिए । किम ने अमेरिका पर क्षेत्र में अपने गलत कदमों द्वारा अशांति फैलाने का भी आरोप लगाया। कोरियाई प्रायद्वीप में अमेरिका को अशांति का जनक बताते हुए किम ने कहा कि वह अमेरिका के खिलाफ देश में एक अजेय सेना का निर्माण करेंगे।
इस प्रदर्शनी में नवनिर्मित घातक हथियारों की कतारें लगाई गई थी, जिनमें अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल भी शामिल थी। इन मिसाइलों का परीक्षण उत्तर कोरिया ने हाल ही के वर्षों में किया है। प्रदर्शनी के माध्यम से उत्तर कोरिया ने अमेरिका को सीधा संदेश भेजा है कि वह हथियारों के परीक्षणों पर रोक लगाने के मूड में बिल्कुल भी नहीं है। इस पूरे मामले पर दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि दक्षिण कोरिया और अमेरिका की सुरक्षा एजेंसियां प्रदर्शनी में दिखाए गए हथियारों पर जांच पड़ताल कर रही है। उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया से बातचीत की पेशकश के बीच बड़े स्तर पर मिसाइल परीक्षण किए हैं।
दक्षिण कोरिया निशाना नहीं
प्रदर्शनी को संबोधित करते हुए किम जोंग ने दक्षिण कोरिया पर दोहरेपन का आरोप लगाया। किम ने कहा कि एक ओर दक्षिण कोरिया अपनी सैन्य शक्तियों को बढ़ा रहा है तो वहीं उत्तर कोरिया की ओर से ऐसे कदमों पर विरोध जता रहा है। किम ने कहा कि उनके ये हथियार दक्षिण कोरिया को निशाना बनाने के लिए नहीं हैं। वह प्रायद्वीप को दोबारा युद्ध में नहीं धकेलेंगे।
अमेरिका ने भी हाल ही में उत्तर कोरिया के साथ बातचीत की इच्छा जताई है। लेकिन किम ने इसे अमेरिका की एक चाल बताया है। उत्तर कोरिया चाहता है कि बातचीत से पहले अमेरिका अपने द्वारा लागू किए गए प्रतिबंधों में ढ़ील दे और दक्षिण कोरिया के साथ सैन्य अभ्यास पर रोक लगाए। 2017 में उत्तर कोरिया ने तीन अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण कर दावा किया था कि उसने अमेरिका के मुख्य भूमि तक हमला कर सकने की क्षमता प्राप्त कर ली है।
विस्तार
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने एक बार फिर से दुनिया के सामने अपने शक्तिशाली हथियारों के जखीरे का प्रदर्शन किया है। देश की राजधानी प्योंगयांग में एक रक्षा प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था। इस प्रदर्शनी में तानाशाह किम कई अत्याधुनिक किस्म के हथियारों, टैंक , रॉकेट और परमाणु क्षमता से लैस बैलिस्टिक मिसाइलों से घिरे नजर आए। यह मिसाइल मुख्य रूप से अमेरिका तक पहुंच के लिए बनाए गए हैं।
अमेरिका के खिलाफ बनाएंगे अजेय सेना
किम ने इस अवसर पर कहा कि वह अमेरिका के खिलाफ एक अजेय सेना का निर्माण करेंगे। किम ने यह भी कहा कि उत्तर कोरिया इन हथियारों का निर्माण अपनी आत्मरक्षा के लिए कर रहा है, न कि किसी युद्ध के लिए । किम ने अमेरिका पर क्षेत्र में अपने गलत कदमों द्वारा अशांति फैलाने का भी आरोप लगाया। कोरियाई प्रायद्वीप में अमेरिका को अशांति का जनक बताते हुए किम ने कहा कि वह अमेरिका के खिलाफ देश में एक अजेय सेना का निर्माण करेंगे।
इस प्रदर्शनी में नवनिर्मित घातक हथियारों की कतारें लगाई गई थी, जिनमें अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल भी शामिल थी। इन मिसाइलों का परीक्षण उत्तर कोरिया ने हाल ही के वर्षों में किया है। प्रदर्शनी के माध्यम से उत्तर कोरिया ने अमेरिका को सीधा संदेश भेजा है कि वह हथियारों के परीक्षणों पर रोक लगाने के मूड में बिल्कुल भी नहीं है। इस पूरे मामले पर दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि दक्षिण कोरिया और अमेरिका की सुरक्षा एजेंसियां प्रदर्शनी में दिखाए गए हथियारों पर जांच पड़ताल कर रही है। उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया से बातचीत की पेशकश के बीच बड़े स्तर पर मिसाइल परीक्षण किए हैं।
दक्षिण कोरिया निशाना नहीं
प्रदर्शनी को संबोधित करते हुए किम जोंग ने दक्षिण कोरिया पर दोहरेपन का आरोप लगाया। किम ने कहा कि एक ओर दक्षिण कोरिया अपनी सैन्य शक्तियों को बढ़ा रहा है तो वहीं उत्तर कोरिया की ओर से ऐसे कदमों पर विरोध जता रहा है। किम ने कहा कि उनके ये हथियार दक्षिण कोरिया को निशाना बनाने के लिए नहीं हैं। वह प्रायद्वीप को दोबारा युद्ध में नहीं धकेलेंगे।
अमेरिका ने भी हाल ही में उत्तर कोरिया के साथ बातचीत की इच्छा जताई है। लेकिन किम ने इसे अमेरिका की एक चाल बताया है। उत्तर कोरिया चाहता है कि बातचीत से पहले अमेरिका अपने द्वारा लागू किए गए प्रतिबंधों में ढ़ील दे और दक्षिण कोरिया के साथ सैन्य अभ्यास पर रोक लगाए। 2017 में उत्तर कोरिया ने तीन अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण कर दावा किया था कि उसने अमेरिका के मुख्य भूमि तक हमला कर सकने की क्षमता प्राप्त कर ली है।
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