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उत्तर कोरिया का आरोप: एक खतरनाक टाइम बम के साथ छेड़खानी कर रहे हैं अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, प्योंगयांग
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Thu, 21 Oct 2021 10:13 PM IST

सार

उत्तर कोरिया की ओर से एक बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण किए जाने के बाद हुई यूएनएससी की बैठक को लेकर इस देश ने अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र को चेतावनी दी है।

उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग उन
– फोटो : पीटीआई (फाइल)

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उत्तर कोरिया ने कहा है कि अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) एक खतरनाक टाइम बम के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं। उत्तर कोरिया की ओर से यह बयान इसके हालिया बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण को लेकर हुई यूएनएससी की बैठक को लेकर सामने आया है। 

प्योंगयांग का दावा है कि इसने मंगलवार को एक नई बैलिस्टिक मिसाइल का एक पनडुब्बी से सफल परीक्षण किया था। इसके बाद यूएनएससी ने बुधवार को इसे लेकर एक बैठक की थी। इस बैठक में इस मिसाइल परीक्षण को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करार दिया गया था।

उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए में प्रकाशित एक लेख के अनुसार, विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अमेरिका ने यूएनएससी की आपातकालीन बैठक बुलाकर उकसाने वाला कदम उठाया है। परीक्षण के समय हमारे दिमाग में या लक्ष्य अमेरिका नहीं था।

लेख में कहा गया कि अमेरिका को हमारे परीक्षणों को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। यूएनएससी की इस बैठक के बाद फ्रांस, आयरलैंड और एस्टोनिया ने इसे लेकर एक संयुक्त बयान जारी किया था और उत्तर कोरिया के खिलाफ सख्त प्रतिबंध लगाने की मांग की थी।

विस्तार

उत्तर कोरिया ने कहा है कि अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) एक खतरनाक टाइम बम के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं। उत्तर कोरिया की ओर से यह बयान इसके हालिया बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण को लेकर हुई यूएनएससी की बैठक को लेकर सामने आया है। 

प्योंगयांग का दावा है कि इसने मंगलवार को एक नई बैलिस्टिक मिसाइल का एक पनडुब्बी से सफल परीक्षण किया था। इसके बाद यूएनएससी ने बुधवार को इसे लेकर एक बैठक की थी। इस बैठक में इस मिसाइल परीक्षण को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करार दिया गया था।

उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए में प्रकाशित एक लेख के अनुसार, विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अमेरिका ने यूएनएससी की आपातकालीन बैठक बुलाकर उकसाने वाला कदम उठाया है। परीक्षण के समय हमारे दिमाग में या लक्ष्य अमेरिका नहीं था।

लेख में कहा गया कि अमेरिका को हमारे परीक्षणों को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। यूएनएससी की इस बैठक के बाद फ्रांस, आयरलैंड और एस्टोनिया ने इसे लेकर एक संयुक्त बयान जारी किया था और उत्तर कोरिया के खिलाफ सख्त प्रतिबंध लगाने की मांग की थी।

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