Business

आंकड़े: खुदरा महंगाई के बाद जुलाई में थोक मुद्रास्फीति दर में भी आई गिरावट, 11.16 फीसदी रहा WPI

आंकड़े: खुदरा महंगाई के बाद जुलाई में थोक मुद्रास्फीति दर में भी आई गिरावट, 11.16 फीसदी रहा WPI

एएनआई, नई दिल्ली
Published by: ‌डिंपल अलावाधी
Updated Mon, 16 Aug 2021 12:42 PM IST

सार

सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, जुलाई 2021 में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति 11.16 फीसदी रही। 

ख़बर सुनें

भारत सरकार ने थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति (WPI) के आंकड़े जारी कर दिए हैं। जून के 12.07 फीसदी के मुकाबले जुलाई में मुद्रास्फीति 11.16 फीसदी रही। मई में यह 12.94 फीसदी थी। इसमें गिरावट आई है। हालांकि, डब्ल्यूपीआई जुलाई में लगातार चौथे महीने दोहरे अंकों में रही। जून 2020 में डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति ऋणात्मक 1.81 फीसदी थी।
 

खुदरा मुद्रास्फीति में भी आई गिरावट
इससे पहले सरकार ने खुदरा मुद्रास्फीति के भी आंकड़े जारी किए। यह 5.59 फीसदी रही, जो जून के मुकाबले 0.67 फीसदी कम है। जून 2021 में यह 6.26 और जुलाई 2020 में 6.73 फीसदी थी। जून में औद्योगिक उत्पादन मई में 29.3 फीसदी की तुलना में गिरकर 13.6 फीसदी हो गया। इसके साथ ही खुदरा मुद्रास्फीति की दर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की लक्ष्य सीमा के भीतर आ गई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार यह कमी खाद्य कीमतों में गिरावट और आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान कम करने के चलते आई है। सरकार ने आरबीआई को खुदरा मुद्रास्फीति दो फीसदी मार्जिन के साथ चार फीसदी पर रखने का निर्देश दिया है।

जुलाई 2021 में खाने की थाली भी सस्ती हुई। उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक जुलाई में 3.96 फीसदी पर रहा। बता दें कि जून में यह दर 5.15 फीसदी थी। बता दें कि बीते दिनों हुए एक सर्वे में अर्थशास्त्रियों ने जुलाई खुदरा मुद्रास्फीति के 5.78 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था। जून में खनन उत्पादन में 23.1 व बिजली उत्पादन में 8.3 फीसदी वृद्धि हुई।

विस्तार

भारत सरकार ने थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति (WPI) के आंकड़े जारी कर दिए हैं। जून के 12.07 फीसदी के मुकाबले जुलाई में मुद्रास्फीति 11.16 फीसदी रही। मई में यह 12.94 फीसदी थी। इसमें गिरावट आई है। हालांकि, डब्ल्यूपीआई जुलाई में लगातार चौथे महीने दोहरे अंकों में रही। जून 2020 में डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति ऋणात्मक 1.81 फीसदी थी।

 

खुदरा मुद्रास्फीति में भी आई गिरावट

इससे पहले सरकार ने खुदरा मुद्रास्फीति के भी आंकड़े जारी किए। यह 5.59 फीसदी रही, जो जून के मुकाबले 0.67 फीसदी कम है। जून 2021 में यह 6.26 और जुलाई 2020 में 6.73 फीसदी थी। जून में औद्योगिक उत्पादन मई में 29.3 फीसदी की तुलना में गिरकर 13.6 फीसदी हो गया। इसके साथ ही खुदरा मुद्रास्फीति की दर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की लक्ष्य सीमा के भीतर आ गई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार यह कमी खाद्य कीमतों में गिरावट और आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान कम करने के चलते आई है। सरकार ने आरबीआई को खुदरा मुद्रास्फीति दो फीसदी मार्जिन के साथ चार फीसदी पर रखने का निर्देश दिया है।

जुलाई 2021 में खाने की थाली भी सस्ती हुई। उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक जुलाई में 3.96 फीसदी पर रहा। बता दें कि जून में यह दर 5.15 फीसदी थी। बता दें कि बीते दिनों हुए एक सर्वे में अर्थशास्त्रियों ने जुलाई खुदरा मुद्रास्फीति के 5.78 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था। जून में खनन उत्पादन में 23.1 व बिजली उत्पादन में 8.3 फीसदी वृद्धि हुई।



Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

12
videsh

तालिबान : प्रमुख शहरों में अफगानिस्तान के पास बचा बस काबुल, जलालाबाद पर भी हुआ कब्जा 

To Top
%d bloggers like this: