वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, वाशिंगटन
Updated Tue, 18 Aug 2020 02:53 PM IST
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उटाह के ऊदबिलाव वाले फार्म्स में काम करने वाले मजदूर भी इस वायरस की चपेट में आए हैं। अधिकारियों ने कहा, संक्रमित व्यक्ति जानवरों के निकट जाने पर उनमें वायरस को पहुंचा सकता है, लेकिन अभी तक इस बात का कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला है कि जानवरों द्वारा कोरोना वायरस मनुष्यों तक पहुंच सकता है। फिलहाल, अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि यह बीमारी फार्म्स तक कैसे पहुंची।
राज्य के पशुचिकित्सक डॉ डीन टेलर ने कहा, प्रभावित फार्म्स को फिलहाल बंद कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि उटाह अमेरिका में सबसे ज्यादा ऊदबिलावों का प्रजनन करने वाला राज्य है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि कोरोना वायरस शुरू में पशुओं से आया था, शायद चमगादड़ों से, और बाद में एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल गया। दुनियाभर में इस वायरस के फैलने के बाद कुत्ते और बिल्लियों समेत कई जानवर मनुष्यों के साथ संपर्क में आने से इस वायरस की चपेट में आए।
डेनमार्क, स्पेन और नीदरलैंड में वैज्ञानिक प्रकोपों पर अध्ययन कर रहे हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं क्या यह वायरस मजदूरों में ऊदबिलावों के जरिए पहुंचा है या नहीं। और यदि हां, तो आने वाले वक्त में इस प्रकार का संचरण कितना खतरनाक हो सकता है।
डॉ टेलर ने कहा, महामारी के दौरान संक्रमण से बचने के लिए नीदरलैंड के फार्म्स पर 10 लाख ऊदबिलावों को मार दिया गया। हालांकि, उटाह में ऐसा करने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा, जल्द ही राज्य के अधिकारी जैव-सुरक्षा उपायों पर ऑपरेटरों को भविष्य में प्रसार को रोकने में मदद करने का निर्देश देंगे।