भगवान सूर्य अपनी नीच राशि तुला की यात्रा संपन्न करके 16 नवंबर को दोपहर 12 बजकर 59 मिनट पर वृश्चिक राशि में प्रवेश कर रहे हैं। इस राशि पर ये 16 दिसंबर मध्यरात्रि पश्चात 3 बजकर 40 मिनट तक गोचर करेंगे उसके बाद धनु राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इसी के साथ तुला राशि पर गोचर करते हुए इनका नीचयोग भी भंग हो जाएगा जिसके फलस्वरूप सूर्य से संबंधित मिलने वाले अशुभ प्रभावों में कमी आएगी। सिंह राशि के स्वामी सूर्य मेष राशि में उच्चराशि तथा तुला राशि में नीचराशिगत संज्ञक माने गए हैं। इनके राशि परिवर्तन का पृथ्वी वासियों पर सीधा प्रभाव पड़ता है। सभी राशियों पर इनके गोचर का असर कैसा रहेगा इसका ज्योतिषीय विश्लेषण करते हैं।
Astrology
Surya Rashi Parivartan 2021: 16 नवंबर को सूर्य का वृश्चिक राशि में प्रवेश, जानें सभी 12 राशियों पर प्रभाव
मेष राशि-
राशि से अष्टम आयु भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव काफी मिलाजुला फल कारक रहेगा। स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, अग्नि, विष तथा दवाओं के रिएक्शन से बचें। समाज में मान-सम्मान की वृद्धि होगी। परिवार में जमीन जायदाद से सम्बंधित मामलों में उलझ सकते हैं। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को अच्छे अंक के लिए और प्रयास करने होंगे। संतान संबंधी चिंता परेशान कर सकती है। प्रेम संबंधी मामलों में उदासीनता रहेगी।
वृषभ राशि
राशि से सप्तम दांपत्य भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता विशेष करके शादी-विवाह से संबंधित वार्ता में थोड़ा और विलंब होगा। दांपत्य जीवन में कड़वाहट आ सकती है। साझा व्यापार कर रहे हों तो उसमें भी मतभेद ना पैदा होने दें। विदेशी कंपनियों में नौकरी अथवा नागरिकता के लिए किया गया प्रयास सफल रहेगा। स्वास्थ्य अनुकूल रहेगा। सरकारी विभागों में प्रतिक्षित कार्यो का निपटारा होगा। नए टेंडर का आवेदन भी कर सकते हैं।
मिथुन राशि
राशि से छठे शत्रु भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। सोची समझी सभी रणनीतियां कारगर सिद्ध होगी। शत्रु परास्त होंगे, कोर्ट कचहरी के मामलों में भी निर्णय आपके पक्ष में आने के संकेत। सरकारी नौकरी के लिए आवेदन करना चाह रहे हों तो उसके लिए भी समय अनुकूल है। व्यर्थ व्यय और भागदौड़ के कारण आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। विदेशी मित्रों तथा संबंधियों से अप्रिय समाचार प्राप्ति के योग।
कर्क राशि
राशि से पंचम विद्या-संतान भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव आपको शोध परक तथा आविष्कारक कार्यों में अच्छी ख्याति दिलाएंगे। आप में रचनात्मक शक्ति की वृद्धि होगी। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए भी समय अनुकूल रहेगा। प्रेम संबंधी मामलों में उदासीनता रहेगी यहां तक कि, प्रेम विवाह भी करना चाह रहे हों तो अभी प्रतीक्षा करें। संतान संबंधी चिंता में कमी आएगी। नवदंपति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग।