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Kartik Purnima 2021: कार्तिक पूर्णिमा के दिन करें इन मंत्रों का जाप, होगी हर मनोकामना पूरी
ज्योतिष डेस्क, अमरउजाला, नयी दिल्ली
Published by: श्वेता सिंह
Updated Thu, 11 Nov 2021 11:53 AM IST
सार
कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए इन मंत्रों का जाप करेंगे तो आपकी सभी मनोकामना पूर्ण होगी। आपको धन संपत्ति प्राप्त होगी। आइए जानते हैं क्या है कार्तिक पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और कौन से मंत्रों का जाप करने से होगी सौभाग्य की प्राप्ति।
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दीपवाली के 15 दिन बाद कार्तिक पूर्णिमा आती है। सनातन धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन स्नान और दान आदि का विशेष महत्व है। जैसा कि सब जानते हैं कि पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु की विशेष रूप से पूजा होती है, लेकिन कार्तिक पूर्णिमा पर भगवान विष्णु के साथ भगवान शिव की भी आराधना की जाती है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान और दीपदान करने की परंपरा है। इस बार कार्तिक पूर्णिमा 19 नवंबर (शुक्रवार) को मनाई जाएगी। अगर आप कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए इन मंत्रों का जाप करेंगे तो आपकी सभी मनोकामना पूर्ण होगी। आपको धन संपत्ति प्राप्त होगी। आइए जानते हैं क्या है कार्तिक पूर्णिमा की तिथि, पूजन विधि और कौन से मंत्रों का जाप करने से होगी सौभाग्य की प्राप्ति।
कार्तिक पूर्णिमा तिथि आरंभ- 18 नवंबर 2021 दोपहर 12:00 बजे से
कार्तिक पूर्णिमा तिथि समाप्त- 19 नवंबर 2021 दोपहर 02:26 मिनट पर
कार्तिक पूर्णिमा पर चंद्रोदय का समय- 17:28:24
कार्तिक पूर्णिमा पूजन विधि
- कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली के नाम से भी जाना जाता है। इसलिए इस दिन किसी भी घाट पर जाकर दीपदान करें।
- कार्तिक पूर्णिमा के दिन ब्रह्ममुहूर्त में पवित्र स्नान करना चाहिए या घर में गंगा जल डालकर स्नान करें।
- कार्तिक पूर्णिमा के दिन व्रत रखें और भगवान विष्णु के सम्मुख शुद्ध देसी घी का दीपक जलाएं।
- श्री हरि का तिलक करने के बाद धूप, दीपक, फल, फूल और नैवेद्य आदि से पूजा करें। शाम को फिर से भगवान विष्णु की पूजा करें।
- भगवान को देसी घी में भूनकर सूखे आटे का कसार और पंचामृत चढ़ाएं।
- इसमें तुलसी जरूर शामिल करें। इसके बाद विष्णु सहित मां लक्ष्मी की पूजा और आरती करें। रात को चांद निकलने के बाद अर्घ्य दें और फिर व्रत का पारण करें।
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए इन मंत्रों का जाप करें।
- ॐ नम: शिवाय
- ॐ हौं जूं सः, ॐ भूर्भुवः स्वः,
- ॐ त्र्यम्बेकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धूनान् मृत्योवर्मुक्षीय मामृतात्
- ॐ स्वः भुवः भूः, ॐ सः जूं हौं ॐ.
विस्तार
दीपवाली के 15 दिन बाद कार्तिक पूर्णिमा आती है। सनातन धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन स्नान और दान आदि का विशेष महत्व है। जैसा कि सब जानते हैं कि पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु की विशेष रूप से पूजा होती है, लेकिन कार्तिक पूर्णिमा पर भगवान विष्णु के साथ भगवान शिव की भी आराधना की जाती है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान और दीपदान करने की परंपरा है। इस बार कार्तिक पूर्णिमा 19 नवंबर (शुक्रवार) को मनाई जाएगी। अगर आप कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए इन मंत्रों का जाप करेंगे तो आपकी सभी मनोकामना पूर्ण होगी। आपको धन संपत्ति प्राप्त होगी। आइए जानते हैं क्या है कार्तिक पूर्णिमा की तिथि, पूजन विधि और कौन से मंत्रों का जाप करने से होगी सौभाग्य की प्राप्ति।