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Income Tax Raid: गुजरात के गुटखा व्यापारी की काली कमाई का खुलासा, 100 करोड़ की बेहिसाब आय का पता चला
बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: दीपक चतुर्वेदी
Updated Wed, 24 Nov 2021 11:28 AM IST
सार
Income Tax Raid On Gutkha Trader In Gujrat: सरकार की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, आयकर अधिकारियों ने 16 नवंबर को अहमदाबाद में गुटखा वितरक के कम से कम 15 परिसरों पर तलाशी अभियान चलाया था। इसमें 100 करोड़ की अधोषित आय का पता चला है।
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चार करोड़ रुपये के जेवरात जब्त
आयकर विभाग की छापेमारी के दौरान समूह के ठिकानों से करीब साढ़े सात करोड़ की बेहिसाब नकदी और लगभग चार करोड़ रुपये के जेवरात बरामद किए गए। सरकार की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि गुटखा वितरक समूह ने 30 करोड़ रुपये की अघोषित आय होने की बात भी स्वीकार की है। इसके अलावा अपने तलाशी अभियान के दौरान आयकर अधिकारियों ने 16 नवंबर की तलाशी के दौरान विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य भी जब्त किए।
अचल संपत्तियों में किया गया निवेश
बयान में कहा गया है कि छापेमारी के दौरान मिले सबूतों का विश्लेषण समूह द्वारा कर चोरी की ओर इशारा करता है। अब तक 100 करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाब आय का पता चला है। जब्त की गई सामग्री के विश्लेषण से पता चला है कि नकद बिक्री खाता बही में दर्ज नहीं की गई थी और तलाशी दल को ऐसे सबूत भी मिले जिनसे पता चलता है कि समूह ने अचल संपत्तियों में अघोषित निवेश किया था।
विस्तार
चार करोड़ रुपये के जेवरात जब्त
आयकर विभाग की छापेमारी के दौरान समूह के ठिकानों से करीब साढ़े सात करोड़ की बेहिसाब नकदी और लगभग चार करोड़ रुपये के जेवरात बरामद किए गए। सरकार की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि गुटखा वितरक समूह ने 30 करोड़ रुपये की अघोषित आय होने की बात भी स्वीकार की है। इसके अलावा अपने तलाशी अभियान के दौरान आयकर अधिकारियों ने 16 नवंबर की तलाशी के दौरान विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य भी जब्त किए।
अचल संपत्तियों में किया गया निवेश
बयान में कहा गया है कि छापेमारी के दौरान मिले सबूतों का विश्लेषण समूह द्वारा कर चोरी की ओर इशारा करता है। अब तक 100 करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाब आय का पता चला है। जब्त की गई सामग्री के विश्लेषण से पता चला है कि नकद बिक्री खाता बही में दर्ज नहीं की गई थी और तलाशी दल को ऐसे सबूत भी मिले जिनसे पता चलता है कि समूह ने अचल संपत्तियों में अघोषित निवेश किया था।