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Gold Silver Price: जानिए वायदा बाजार में कितना हुआ सोने का दाम, उच्चतम स्तर से 9657 रुपये नीचे है कीमत

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बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: ‌डिंपल अलावाधी
Updated Mon, 04 Oct 2021 10:59 AM IST

सार

एमसीएक्स पर सोना वायदा 46543 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। चांदी सपाट रही और इसकी कीमत 60530 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।

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आज घरेलू बाजार में सोने और चांदी की वायदा कीमत में मामूली बदलाव हुआ। एमसीएक्स पर सोना वायदा 46543 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। चांदी सपाट रही और इसकी कीमत 60530 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। पीली धातु पिछले साल के उच्चतम स्तर (56200 रुपये प्रति 10 ग्राम) से अब भी 9657 रुपये नीचे है। अगस्त में सोने के अधिक आयात के बावजूद, भारत में सोने की भौतिक मांग कमजोर रही। घरेलू डीलरों को उम्मीद है कि त्योहारी सीजन में और ग्राहक आएंगे। पिछले सत्र में सोने में मामूली गिरावट आई थी, जबकि चांदी में 1.5 फीसदी की तेजी आई थी।

वैश्विक बाजार में इतनी है कीमत
वैश्विक बाजारों में, सोना मामूली गिरावट के साथ 1,759 डॉलर प्रति औंस पर था क्योंकि डॉलर दो सत्रों के नुकसान के बाद स्थिर रहा। आर्थिक वृद्धि धीमी होने की आशंकाओं के बीच सोने के व्यापारी सप्ताह के अंत में अमेरिकी नौकरियों के आंकड़ों पर नजर रखेंगे। अन्य कीमती धातुओं में चांदी 0.1 फीसदी गिरकर 22.51 डॉलर प्रति औंस पर रही और प्लैटिनम 0.1 फीसदी गिरकर 971.22 डॉलर पर था। सोने को पारंपरिक रूप से मुद्रास्फीति के खिलाफ बचाव के रूप में देखा जाता है।

सोने की कीमत पर आधारित होते हैं गोल्ड ईटीएफ
दुनिया की सबसे बड़ी गोल्ड समर्थित एक्सचेंज ट्रेडेड फंड या गोल्ड ईटीएफ, एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग्स शुक्रवार को 0.4 फीसदी गिरकर 986.54 टन हो गई। स्वर्ण ईटीएफ सोने की कीमत पर आधारित होते हैं। पीली धातु के दाम में आए उतार-चढ़ाव पर ही इसका दाम भी घटता-बढ़ता है। मालूम हो कि ईटीएफ का प्रवाह सोने में कमजोर निवेशक रुचि को दर्शाता है। एक मजबूत डॉलर अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोने को अधिक महंगा बनाता है। असमान वैश्विक आर्थिक सुधार और डॉलर के मुकाबले रुपये में उतार-चढ़ाव से कीमती धातुओं की कीमत प्रभावित होती है। 

विस्तार

आज घरेलू बाजार में सोने और चांदी की वायदा कीमत में मामूली बदलाव हुआ। एमसीएक्स पर सोना वायदा 46543 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। चांदी सपाट रही और इसकी कीमत 60530 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। पीली धातु पिछले साल के उच्चतम स्तर (56200 रुपये प्रति 10 ग्राम) से अब भी 9657 रुपये नीचे है। अगस्त में सोने के अधिक आयात के बावजूद, भारत में सोने की भौतिक मांग कमजोर रही। घरेलू डीलरों को उम्मीद है कि त्योहारी सीजन में और ग्राहक आएंगे। पिछले सत्र में सोने में मामूली गिरावट आई थी, जबकि चांदी में 1.5 फीसदी की तेजी आई थी।

वैश्विक बाजार में इतनी है कीमत

वैश्विक बाजारों में, सोना मामूली गिरावट के साथ 1,759 डॉलर प्रति औंस पर था क्योंकि डॉलर दो सत्रों के नुकसान के बाद स्थिर रहा। आर्थिक वृद्धि धीमी होने की आशंकाओं के बीच सोने के व्यापारी सप्ताह के अंत में अमेरिकी नौकरियों के आंकड़ों पर नजर रखेंगे। अन्य कीमती धातुओं में चांदी 0.1 फीसदी गिरकर 22.51 डॉलर प्रति औंस पर रही और प्लैटिनम 0.1 फीसदी गिरकर 971.22 डॉलर पर था। सोने को पारंपरिक रूप से मुद्रास्फीति के खिलाफ बचाव के रूप में देखा जाता है।

सोने की कीमत पर आधारित होते हैं गोल्ड ईटीएफ

दुनिया की सबसे बड़ी गोल्ड समर्थित एक्सचेंज ट्रेडेड फंड या गोल्ड ईटीएफ, एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग्स शुक्रवार को 0.4 फीसदी गिरकर 986.54 टन हो गई। स्वर्ण ईटीएफ सोने की कीमत पर आधारित होते हैं। पीली धातु के दाम में आए उतार-चढ़ाव पर ही इसका दाम भी घटता-बढ़ता है। मालूम हो कि ईटीएफ का प्रवाह सोने में कमजोर निवेशक रुचि को दर्शाता है। एक मजबूत डॉलर अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोने को अधिक महंगा बनाता है। असमान वैश्विक आर्थिक सुधार और डॉलर के मुकाबले रुपये में उतार-चढ़ाव से कीमती धातुओं की कीमत प्रभावित होती है। 

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