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Afghanistan Crisis: तालिबान ने किया पंजशीर पर कब्जे का दावा, एक कमांडर बोला- अब पूरा अफगानिस्तान हमारे नियंत्रण में
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, काबुल
Published by: Jeet Kumar
Updated Sat, 04 Sep 2021 12:20 AM IST
सार
अफगानिस्तान की राजधानी पर कब्जा करने के बाद तालिबान लगातार पंजशीर घाटी पर हमला कर रहा था। पंजशीर पर कब्जे की कई बार अफवाह उड़ाई थी।
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एक तालिबान कमांडर ने दावा किया कि अब हमारा अफगानिस्तान पर पूरा नियंत्रण है। विरोधियों को हरा दिया गया है और अब पंजशीर हमारे कब्जे में है। हालांकि इस बात की पूरी तरह पुष्टि नहीं हो पाई है। वहीं विरोधी लड़ाकों के एक नेता पूर्व उप-राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने देश छोड़कर जाने की खबरों को झूठा करार दिया है।
अहमद मसूद ने संभाला था पंजशीर में मोर्चा
एक दिन पहले ही तालिबान के वरिष्ठ नेता आमिर खान मोताकी ने एक बार फिर पंजशीर के लड़ाकों को आत्मसमर्पण करने का न्योता दिया था और कहा था कि इस्लामी अमीरात ऑफ अफगानिस्तान सभी अफगानों के लिए है। लेकिन विपक्षी गुट की कमान संभाल रहे अहमद मसूद ने यह न्योता ठुकरा दिया।
वहीं, तालिबान प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने दावा किया कि उनके लड़ाकों ने पंजशीर घाटी में प्रवेश कर कई इलाकों पर नियंत्रण कर लिया है। उन्होंने स्पुतनिक न्यूज एजेंसी से कहा, स्थानीय लड़ाकों को बेहद नुकसान उठाना पड़ा है।
विपक्षी गठबंधन के 34 लड़ाके मारे गए और 11 चेकप्वाइंट अब हमारे कब्जे में हैं। मारे गए लोगों में दो अहम कमांडर भी हैं। अब हम पंजशीर की मुख्य सड़क तक पहुंच गए हैं और शोतुल जिला अपने कब्जे में कर लिया है। हमारे महज दो लड़ाके ही घायल हुए हैं।
हालांकि तालिबान विरोधी नेशनल रेसिस्टेंस फ्रंट ऑफ अफगानिस्तान के प्रवक्ता ने मुजाहिद के दावों को खारिज कर दिया। अहमद मसूद और अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह के इस साझा गठबंधन के प्रवक्ता ने कहा, दुश्मन ने जाबुल-सराज के जरिये शोतुल में घुसने के कई प्रयास किए, लेकिन हर बार विफल हो गया। हम इस सप्ताह अब तक भारी संख्या में तालिबान लड़ाके मार चुके हैं। हालांकि वह मारे गए लड़ाकों की पुख्ता संख्या नहीं बता सके।
यूएन ने की पंजशीर में लड़ाई रोकने की अपील
संयुक्त राष्ट्र के अफगानिस्तान के लिए मानवीय समन्वयक रमीज अलाकबारोव ने पंजशीर घाटी में दोनों ही पक्षों से लड़ाई रोकने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि लड़ाई जारी नहीं रह सकती। हम सभी पक्षों से मानवीय कानून का पालन करने और कार्यकर्ताओं को राहत सामग्री के जरिये मदद करने देने की अपील करते हैं।
विस्तार
एक तालिबान कमांडर ने दावा किया कि अब हमारा अफगानिस्तान पर पूरा नियंत्रण है। विरोधियों को हरा दिया गया है और अब पंजशीर हमारे कब्जे में है। हालांकि इस बात की पूरी तरह पुष्टि नहीं हो पाई है। वहीं विरोधी लड़ाकों के एक नेता पूर्व उप-राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने देश छोड़कर जाने की खबरों को झूठा करार दिया है।
अहमद मसूद ने संभाला था पंजशीर में मोर्चा
एक दिन पहले ही तालिबान के वरिष्ठ नेता आमिर खान मोताकी ने एक बार फिर पंजशीर के लड़ाकों को आत्मसमर्पण करने का न्योता दिया था और कहा था कि इस्लामी अमीरात ऑफ अफगानिस्तान सभी अफगानों के लिए है। लेकिन विपक्षी गुट की कमान संभाल रहे अहमद मसूद ने यह न्योता ठुकरा दिया।
वहीं, तालिबान प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने दावा किया कि उनके लड़ाकों ने पंजशीर घाटी में प्रवेश कर कई इलाकों पर नियंत्रण कर लिया है। उन्होंने स्पुतनिक न्यूज एजेंसी से कहा, स्थानीय लड़ाकों को बेहद नुकसान उठाना पड़ा है।
विपक्षी गठबंधन के 34 लड़ाके मारे गए और 11 चेकप्वाइंट अब हमारे कब्जे में हैं। मारे गए लोगों में दो अहम कमांडर भी हैं। अब हम पंजशीर की मुख्य सड़क तक पहुंच गए हैं और शोतुल जिला अपने कब्जे में कर लिया है। हमारे महज दो लड़ाके ही घायल हुए हैं।
हालांकि तालिबान विरोधी नेशनल रेसिस्टेंस फ्रंट ऑफ अफगानिस्तान के प्रवक्ता ने मुजाहिद के दावों को खारिज कर दिया। अहमद मसूद और अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह के इस साझा गठबंधन के प्रवक्ता ने कहा, दुश्मन ने जाबुल-सराज के जरिये शोतुल में घुसने के कई प्रयास किए, लेकिन हर बार विफल हो गया। हम इस सप्ताह अब तक भारी संख्या में तालिबान लड़ाके मार चुके हैं। हालांकि वह मारे गए लड़ाकों की पुख्ता संख्या नहीं बता सके।
यूएन ने की पंजशीर में लड़ाई रोकने की अपील
संयुक्त राष्ट्र के अफगानिस्तान के लिए मानवीय समन्वयक रमीज अलाकबारोव ने पंजशीर घाटी में दोनों ही पक्षों से लड़ाई रोकने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि लड़ाई जारी नहीं रह सकती। हम सभी पक्षों से मानवीय कानून का पालन करने और कार्यकर्ताओं को राहत सामग्री के जरिये मदद करने देने की अपील करते हैं।