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स्वास्थ्य मंत्रालय: संक्रमण के प्रसार का सही आकलन करने के लिए हर जिले में सीरो सर्वे करने का आदेश जारी
अमर उजाला ब्यूरो, नई दिल्ली
Published by: Kuldeep Singh
Updated Thu, 29 Jul 2021 07:34 AM IST
सीरो सर्वे करते हुए स्वास्थ्यकर्मी
– फोटो : अमर उजाला।
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इसमें 70 जिलों में एंटीजन किट्स का इस्तेमाल करते हुए कोरोना के खिलाफ शरीर में बनने वाले एंटीबॉडी का पता लगाया गया था लेकिन इस सर्वे के आधार पर पूरे देश की स्थिति का सही आकलन नहीं किया जा सकता है।
आईसीएमआर के साथ मिलकर राज्यों से सर्वे करने के लिए कहा
इसलिए हर राज्य को अपने सभी जिलों में सीरो सर्वे जल्द से जल्द शुरू करना है। इस काम में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की सलाह लेने के लिए भी कहा गया है। ताकि वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर सही तरीके से सर्वे का कार्य पूरा किया जा सके। मंत्रालय ने यह भी कहा है कि सीरो सर्वे के आधार पर भविष्य की नीतियां तय करने में भी मदद मिलेगी।
हाल ही में पूरे हुए चौथे राष्ट्रीय सीरो सर्वे में 67.6 फीसदी से भी ज्यादा आबादी के संक्रमित होने की आशंका जताई गई थी। इस सर्वे के आधार पर यह कहा जा सकता है कि देश में कोरोना के खिलाफ हर्ड इम्युनिटी विकसित हो चुकी है। चूंकि इस समय 70 से 80 फीसदी सैंपल में डेल्टा वैरिएंट ही मिल रहा है जो एंटीबॉडी को कम करने के साथ ही व्यक्ति को दोबारा से संक्रमित करने की क्षमता रखता है। इसलिए सरकार सीरो सर्वे के जरिए अपनी नीतियों में अहम बदलाव करने की योजना भी बना रही है।
मंत्रालय से जुड़े सूत्रों की मानें तो आगामी दिनों में जब यह स्पष्ट हो जाए कि किन जिलों में सीरो पॉजिटिविटी कम है, वहां टीकाकरण से लेकर अन्य कोविड नियमों पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा।
विस्तार
इसमें 70 जिलों में एंटीजन किट्स का इस्तेमाल करते हुए कोरोना के खिलाफ शरीर में बनने वाले एंटीबॉडी का पता लगाया गया था लेकिन इस सर्वे के आधार पर पूरे देश की स्थिति का सही आकलन नहीं किया जा सकता है।
आईसीएमआर के साथ मिलकर राज्यों से सर्वे करने के लिए कहा
इसलिए हर राज्य को अपने सभी जिलों में सीरो सर्वे जल्द से जल्द शुरू करना है। इस काम में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की सलाह लेने के लिए भी कहा गया है। ताकि वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर सही तरीके से सर्वे का कार्य पूरा किया जा सके। मंत्रालय ने यह भी कहा है कि सीरो सर्वे के आधार पर भविष्य की नीतियां तय करने में भी मदद मिलेगी।
हाल ही में पूरे हुए चौथे राष्ट्रीय सीरो सर्वे में 67.6 फीसदी से भी ज्यादा आबादी के संक्रमित होने की आशंका जताई गई थी। इस सर्वे के आधार पर यह कहा जा सकता है कि देश में कोरोना के खिलाफ हर्ड इम्युनिटी विकसित हो चुकी है। चूंकि इस समय 70 से 80 फीसदी सैंपल में डेल्टा वैरिएंट ही मिल रहा है जो एंटीबॉडी को कम करने के साथ ही व्यक्ति को दोबारा से संक्रमित करने की क्षमता रखता है। इसलिए सरकार सीरो सर्वे के जरिए अपनी नीतियों में अहम बदलाव करने की योजना भी बना रही है।
मंत्रालय से जुड़े सूत्रों की मानें तो आगामी दिनों में जब यह स्पष्ट हो जाए कि किन जिलों में सीरो पॉजिटिविटी कम है, वहां टीकाकरण से लेकर अन्य कोविड नियमों पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा।