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सूडान : तख्तापलट की आलोचना करने वाले छह राजदूत निकाले, जानिए दुनियाभर की पांच महत्वपूर्ण खबरें

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सूडान के सैन्य नेता ने तख्तापलट की आलोचना करने वाले अमेरिका, यूरोपीय संघ और फ्रांस के दूतों समेत कम से कम छह राजदूतों को निकाल दिया है। इन लोगों ने सेना के देश की सत्ता पर कब्जा करने की निंदा की थी। जनरल अब्देल-फतह बुरहान ने बुधवार देर रात कतर, चीन और जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मिशन में सूडानी राजदूतों को भी निकाल दिया था।

राजनयिकों ने प्रधानमंत्री अब्दुल्ला हमदोक की अब अपदस्थ सरकार के लिए अपना समर्थन देने का वादा किया है। राजदूतों को निकालने की कार्रवाई तख्तापलट के तीन दिन बाद की गई है। बुरहानी का दावा है कि राजनीतिक दलों के बीच झगड़े की वजह से सैन्य बल सत्ता की बागडोर अपने हाथों में लेने के लिए बाध्य हुआ और यदि ऐसा नहीं होता तो देश में गृह युद्ध छिड़ सकता था।पढ़ें दुनियाभर की कुछ महत्वपूर्ण खबरें….

श्रीलंका : खुफिया एजेंसियों के खिलाफ टिप्पणियों पर पादरी को समन
श्रीलंका में पुलिस ने खुफिया एजेंसियों के खिलाफ कथित टिप्पणियों को लेकर एक कैथोलिक पादरी को समन जारी किया है। इस वरिष्ठ कैथोलिक पादरी ने कथित रूप से कहा था कि देश की खुफिया इकाइयों ने 2019 में ईस्टर रविवार को घातक आतंकी हमला करने वाले स्थानीय जिहादी संगठन के नेता को वित्तीय एवं अन्य सहायता दी थी।

कोलंबो मजिस्ट्रेट की अदालत ने राज्य खुफिया सेवा के प्रमुख सुरेश सालाय की शिकायत के आधार पर मामले में जांच का आदेश दिया था, जिसके बाद पादरी सिरिल गामिनी को पुलिस के अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने तलब किया।

बता दें, नौ आत्मघाती हमलावरों ने 21 अप्रैल, 2019 को ईस्टर रविवार के मौके पर श्रीलंका में तीन गिरजाघरों और तीन होटलों में विस्फोट किए थे, जिनमें 11 भारतीयों सहित 270 से अधिक लोगों की मौत हुई और 500 से ज्यादा घायल हो गए थे।

3 माह शिकागो हवाई अड्डे पर रहा भारतीय आदित्य सिंह कोर्ट से बरी
कोविड-19 के डर से भारत जाने के बजाए शिकागो के ओ’हारे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के एक टर्मिनल पर तीन महीने तक रहने वाले एक भारतीय आदित्य सिंह को अदालत ने बरी कर दिया है।

सिंह पर हवाई अड्डे पर अनाधिकृत प्रवेश करने का आरोप था। कुक काउंटी के न्यायाधीश एड्रिन डेविस ने आदित्य सिंह (37) को इस हफ्ते आरोप से बरी कर दिया है। उनकी गिरफ्तारी 16 जनवरी को हुई थी।

सिंह शुक्रवार को फिर अदालत में पेश होंगे क्योंकि उन पर आरोप है कि अनाधिकृत प्रवेश के आरोप लगने के बाद ‘इलेक्ट्रॉनिक’ तरीके से निगरानी किए जाने के दौरान उन्होंने नियम तोड़े थे।

हालांकि शिकागो हवाई अड्डे की सुरक्षा का काम संभालने वाले ‘परिवहन सुरक्षा प्रशासन’ ने कहा कि सिंह ने हवाई अड्डे के नियमों का उल्लंघन नहीं किया।

विमानन विभाग की प्रवक्ता क्रिस्टीन कारिनो ने कहा, सिंह ने किसी सुरक्षित क्षेत्र में अनुचित तरीके से प्रवेश नहीं किया। बता दें, सिंह करीब छह वर्ष पूर्व अध्ययन के लिए अमेरिका आए थे। पिछले साल अक्तूबर में भारत लौटने के लिए वह लॉस एंजिलिस से शिकागो गए थे। लेकिन वे यहीं रुक गए क्योंकि कोरोना के डर से वह विमान पर नहीं चढ़े। उन्हें तीन माह तक अनजान लोगों ने भोजन मुहैया कराया।

लंबित घरेलू एजेंडे के बीच बाइडन की वैश्विक सम्मेलनों की तैयारी
राष्ट्रपति जो बाइडन दो वैश्विक सम्मेलनों के लिए पहले रोम और बाद में ग्लास्गो जाने की तैयारी कर रहे हैं। वे इन विदेश दौरों पर ऐसे वक्त में जा रहे हैं जब उन्हें अपने ही देश में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। देश की अर्थव्यवस्था को लेकर लोग उनके तौर-तरीकों से खुश नहीं हैं। यह बात एक सर्वेक्षण में सामने आई है।

बाइडन को रोम और ग्लास्गो में वैश्विक महामारी को रोकने, आर्थिक विकास को बढ़ावा देेने और जलवायु परिवर्तन की गति को रोकने के बारे में ठोस विचार पेश करने हैं। लेकिन हाल ही में एपी-एनओआरसी सेंटर फॉर पब्लिक अफेयर्स रिसर्च के सर्वेक्षण में पाया गया है कि अब सिर्फ 41 फीसदी अमेरिकी ही बाइडन के आर्थिक प्रबंधन से संतुष्ट हैं। अगस्त में यह आंकड़ा 49 फीसदी था और मार्च में 60 फीसदी। नए सर्वेक्षण में सिर्फ एक तिहाई लोगों का कहना है कि देश सही दिशा में जा रहा है जबकि इस साल की शुरुआत में करीब आधे लोग मानते थे कि देश सही दिशा में जा रहा है। 

नेपाल के सेना प्रमुख प्राप्त करेंगे भारतीय सेना के जनरल की मानद उपाधि
नेपाल के सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल प्रभुराम शर्मा भारतीय सेना के जनरल की मानद उपाधि प्राप्त करने के लिए अगले महीने चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर भारत आएंगे। नेपाल की सेना ने बृहस्पतिवार शाम यह जानकारी दी।

सेना ने बताया कि सीओएएस का यह दौरा 9 से 12 नवंबर तक होगा। नेपाल और भारत में एक दूसरे के देश के सेना प्रमुखों को मानद उपाधि से सम्मानित करने की यह प्रथा सात दशक पुरानी है। यह परंपरा तब से आज तक चली आ रही है। कमांडर-इन-चीफ केएम करियप्पा 1950 में उपाधि से अलंकृत होने वाले पहले भारतीय सेना प्रमुख थे।

नेपाल के सीओएएस को यात्रा के दौरान भारत के राष्ट्रपति द्वारा भारतीय सेना के मानद जनरल के पद से सम्मानित किया जाएगा। अपनी यात्रा के दौरान प्रभुराम शर्मा अपने समकक्ष थल सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे समेत कई अन्य लोगों से मुलाकात करेंगे।

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