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राष्ट्रीय खेल पुरस्कार: ओलंपिक-पैरालंपिक के चैंपियन बनेंगे खेल रत्न, अन्य पदक विजेता भी दौड़ में शामिल

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हेमंत रस्तोगी, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: ओम. प्रकाश
Updated Thu, 09 Sep 2021 08:29 AM IST

सार

खेल मंत्रालय ने टोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले एथलीटों को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न देने की तैयारी कर ली है। जबकि रजत और कांस्य पदक विजेता भी सबसे बड़े खेल पुरस्कार की दौड़ में शामिल हैं। 

राष्ट्रीय खेल पुरस्कार
– फोटो : सोशल मीडिया

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खेल मंत्रालय ने ओलंपिक और पैरालंपिक के स्वर्ण पदक विजेताओं को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न देने की तैयारी कर ली है। रजत और कांस्य पदक विजेता भी खेल रत्न की दौड़ में रहेंगे। अगर अवॉर्ड कमेटी उन्हें खेल रत्न के लिए नहीं चुनती है तो उन्हें अर्जुन अवॉर्ड दिया जा सकता है। इस बार खेल रत्न, अर्जुन, द्रोणाचार्य और ध्यानचंद अवॉर्ड बड़ी संख्या में देने का रिकॉर्ड टूट सकता है। वैसे इस बार राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों पर दावा जताने का रिकॉर्ड टूट गया है। लगभग छह सौ खिलाड़ियों ने दावा ठोका है। मंत्रालय कमेटी से सिफारिश कर सकता है कि स्वर्ण विजेताओं को खेल रत्न और पदक विजेताओं को अर्जुन अवॉर्ड दिया जाए। ओलंपिक में जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने और पैरालंपिक में भाला फेंक में सुमित अंतिल, निशानेबाजी में अवनि लेखरा, बैडमिंटन में कृष्णा नागर और प्रमोद भगत ने स्वर्ण जीते हैं। नीरज और प्रमोद खेल रत्न के लिए पहले ही आवेदन कर चुके हैं। इनके अलावा दुती चंद, हिमा दास, कोनेरू हंपी, आर अश्विन और पीआर श्रीजेश प्रमुख हैं।

12 सदस्यीय कमेटी गठित 

जस्टिस मुकुंदकम शर्मा की अगुवाई में खेल मंत्रालय ने 12 सदस्यीय अवॉर्ड कमेटी गठित की है। इनमें मुक्केबाज सरिता देवी, क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद, शूटर अंजलि भागवत, देवेंद्र झाझरिया, हॉकी कोच बलदेव सिंह और क्रिकेटर अंजुम चोपड़ा प्रमुख हैं।

खेल रत्न पर 35 ने किया है दावा 

खेल रत्न के लिए 35 खिलाड़ियों ने दावा ठोका है। अर्जुन के लिए 215, द्रोणाचार्य लाइफ टाइम के लिए 100 और नियमित द्रोणाचार्य के लिए 48, ध्यानचंद लाइफ टाइफ अवार्ड के लिए 138, खेल प्रोत्साहन के लिए 36 और माका ट्रॉफी के लिए पांच विश्वविद्यालयों ने आवेदन किया है।

डोपिंग प्रतिबंध पूरा करने वाले अवॉर्ड के योग्य 

इस बार मंत्रालय ने प्रतिबंध पूरा कर चुके डोपिंग के दागियों को भी अवॉर्ड के लिए योग्य करार दिया है। हालांकि उनकी उपलब्धि प्रतिबंध पूरा करने के बाद की होनी चाहिए। ऐसे में मुक्केबाज अमित पंघाल खेल रत्न के दावेदारों में शामिल होंगे। उन्होंने फिर इसके लिए आवेदन किया है।

विस्तार

खेल मंत्रालय ने ओलंपिक और पैरालंपिक के स्वर्ण पदक विजेताओं को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न देने की तैयारी कर ली है। रजत और कांस्य पदक विजेता भी खेल रत्न की दौड़ में रहेंगे। अगर अवॉर्ड कमेटी उन्हें खेल रत्न के लिए नहीं चुनती है तो उन्हें अर्जुन अवॉर्ड दिया जा सकता है। इस बार खेल रत्न, अर्जुन, द्रोणाचार्य और ध्यानचंद अवॉर्ड बड़ी संख्या में देने का रिकॉर्ड टूट सकता है। वैसे इस बार राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों पर दावा जताने का रिकॉर्ड टूट गया है। लगभग छह सौ खिलाड़ियों ने दावा ठोका है। मंत्रालय कमेटी से सिफारिश कर सकता है कि स्वर्ण विजेताओं को खेल रत्न और पदक विजेताओं को अर्जुन अवॉर्ड दिया जाए। ओलंपिक में जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने और पैरालंपिक में भाला फेंक में सुमित अंतिल, निशानेबाजी में अवनि लेखरा, बैडमिंटन में कृष्णा नागर और प्रमोद भगत ने स्वर्ण जीते हैं। नीरज और प्रमोद खेल रत्न के लिए पहले ही आवेदन कर चुके हैं। इनके अलावा दुती चंद, हिमा दास, कोनेरू हंपी, आर अश्विन और पीआर श्रीजेश प्रमुख हैं।

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