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भाजपा मंत्री के बिगड़े बोल: चिकन-मटन और मछली से ज्यादा खाएं बीफ, पार्टी इस मुद्दे पर करती रही है विरोध
एजेंसी, शिलांग
Published by: Kuldeep Singh
Updated Sun, 01 Aug 2021 04:29 AM IST
सनबोर शुलई, मंत्री, मेघालय सरकार
– फोटो : सोशल मीडिया
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उन्होंने कहा कि भारत लोकतांत्रिक देश है, यहां हर कोई अपनी मर्जी का खाना खाने के लिए स्वतंत्र है, खाने के लिए किसी पर कोई दबाव नहीं है। बता दें कि सनबोर शुलई पिछले हफ्ते ही कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली है। शपथ लेने के तुरंत बाद ही उन्होंने भड़काऊ बयान देकर पार्टी के सामने एक नई मुसीबत खड़ी कर दी है। हालांकि, पार्टी की ओर से अभी तक इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
मेघालय सरकार में पशुपालन और पशु चिकित्सा मंत्री शुलई ने शुक्रवार को संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा, मैं लोगों को चिकन, मटन या मछली की तुलना में अधिक गोमांस खाने के लिए प्रोत्साहित करता हूं। लोगों को अधिक गोमांस खाने के लिए प्रोत्साहित करके, यह धारणा दूर हो जाएगी कि भाजपा गोहत्या पर प्रतिबंध लगाएगी।
इतना ही नहीं शुलई ने कहा कि वे असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से बात करेंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मेघालय में मवेशी परिवहन पड़ोसी राज्य में गायों को लेकर नए कानून से प्रभावित न हो।
गायों की तस्करी रोकने के लिए असम में नया कानून
गौरतलब है कि असम में मवेशियों की रक्षा के लिए नया कानून बनाया गया है। असम गौ संरक्षण विधेयक 2021, के नाम से इस कानून को लागू किया गया है। इस कानून का उद्देश्य पड़ोसी देश बांग्लादेश में गायों की तस्करी को रोकने के लिए असम के जरिए गायों के अंतरराष्ट्रीय निर्यात पर प्रतिबंध लगाना है।
विस्तार
उन्होंने कहा कि भारत लोकतांत्रिक देश है, यहां हर कोई अपनी मर्जी का खाना खाने के लिए स्वतंत्र है, खाने के लिए किसी पर कोई दबाव नहीं है। बता दें कि सनबोर शुलई पिछले हफ्ते ही कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली है। शपथ लेने के तुरंत बाद ही उन्होंने भड़काऊ बयान देकर पार्टी के सामने एक नई मुसीबत खड़ी कर दी है। हालांकि, पार्टी की ओर से अभी तक इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
मेघालय सरकार में पशुपालन और पशु चिकित्सा मंत्री शुलई ने शुक्रवार को संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा, मैं लोगों को चिकन, मटन या मछली की तुलना में अधिक गोमांस खाने के लिए प्रोत्साहित करता हूं। लोगों को अधिक गोमांस खाने के लिए प्रोत्साहित करके, यह धारणा दूर हो जाएगी कि भाजपा गोहत्या पर प्रतिबंध लगाएगी।
इतना ही नहीं शुलई ने कहा कि वे असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से बात करेंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मेघालय में मवेशी परिवहन पड़ोसी राज्य में गायों को लेकर नए कानून से प्रभावित न हो।
गायों की तस्करी रोकने के लिए असम में नया कानून
गौरतलब है कि असम में मवेशियों की रक्षा के लिए नया कानून बनाया गया है। असम गौ संरक्षण विधेयक 2021, के नाम से इस कानून को लागू किया गया है। इस कानून का उद्देश्य पड़ोसी देश बांग्लादेश में गायों की तस्करी को रोकने के लिए असम के जरिए गायों के अंतरराष्ट्रीय निर्यात पर प्रतिबंध लगाना है।