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धर्म संसद पर विवाद: ओवैसी ने कहा- उत्तराखंड में भाजपा सरकार की मिली भगत से दिए गए नफरत भरे भाषण
पीटीआई, हैदराबाद
Published by: ओम. प्रकाश
Updated Tue, 28 Dec 2021 12:04 AM IST
सार
असदुद्दीन ओवेसी ने कहा है कि हरिद्वार में धर्म संसद में नफरत भरे भाषण दिए जाने में राज्य की भाजपा सरकार का हाथ था। उन्होंने कहा कि ऐसे भाषण देने वाले लोगों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने से काम नहीं चलेगा।
एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी
– फोटो : अमर उजाला
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राज्य की भाजपा सरकार का हाथ
हैदराबाद में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, इस प्रकार की धर्म संसद उत्तराखंड में राज्य सरकार के आशीर्वाद और पूर्ण समर्थन के साथ हुई। इस तरह की बातें उनके समर्थन के चलते बोली गईं। ऐसे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करना काफी नहीं बल्कि उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, संबंधित संगठनों को यूएपीए के तहत प्रतिबंधित किया जाना चाहिए और तभी ऐसे बयानों पर रोक लगेगी।
मुसलमानों के खिलाफ खुले नरसंहार का आह्वान
एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने आरोप लगाया कि हरिद्वार धर्म संसद में देश में मुसलमानों के खिलाफ खुले नरसंहार का आह्वान किया गया था। वहीं, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव के इस मुद्दे पर चुप रहने के बारे में पूछे जाने पर ओवैसी ने कहा, देश में सभी राजनीतिक दल जो संविधान में विश्वास करते हैं और कानून के शासन पर भरोसा करते हैं उन्हें अपनी चुप्पी तोड़नी होगी। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी या कांग्रेस इस तरह के मुद्दे पर अगर अभी नहीं तो कब बोलेंगे, क्योंकि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लेकर भी आलोचना की गई।
विस्तार
राज्य की भाजपा सरकार का हाथ
हैदराबाद में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, इस प्रकार की धर्म संसद उत्तराखंड में राज्य सरकार के आशीर्वाद और पूर्ण समर्थन के साथ हुई। इस तरह की बातें उनके समर्थन के चलते बोली गईं। ऐसे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करना काफी नहीं बल्कि उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, संबंधित संगठनों को यूएपीए के तहत प्रतिबंधित किया जाना चाहिए और तभी ऐसे बयानों पर रोक लगेगी।
मुसलमानों के खिलाफ खुले नरसंहार का आह्वान
एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने आरोप लगाया कि हरिद्वार धर्म संसद में देश में मुसलमानों के खिलाफ खुले नरसंहार का आह्वान किया गया था। वहीं, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव के इस मुद्दे पर चुप रहने के बारे में पूछे जाने पर ओवैसी ने कहा, देश में सभी राजनीतिक दल जो संविधान में विश्वास करते हैं और कानून के शासन पर भरोसा करते हैं उन्हें अपनी चुप्पी तोड़नी होगी। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी या कांग्रेस इस तरह के मुद्दे पर अगर अभी नहीं तो कब बोलेंगे, क्योंकि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लेकर भी आलोचना की गई।