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डीआरडीओ जासूसी मामला : पाकिस्तान से तार जुड़े होने का खुलासा करते हुए ओडिशा पुलिस ने कहा- महिला के चार फेसबुक अकाउंट थे संचालित

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एजेंसी, भुवनेश्वर
Published by: Kuldeep Singh
Updated Thu, 07 Oct 2021 04:30 AM IST

सार

ओडिशा पुलिस (अपराध शाखा) के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) संजीव पांडा ने कहा कि महिला ऑपरेटिव के सात में से चार फेसबुक अकाउंट हैं, जिस पर आईटीआर चांदीपुर से संवेदनशील जानकारी लीक करने में शामिल जासूसी गिरोह की हैंडलर होने का संदेह हैं। ये खाते पाकिस्तान से संचालित किए गए थे।

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डीआरडीओ जासूसी मामले में पाकिस्तान से तार जुड़े होने का खुलासा करते हुए ओडिशा पुलिस ने बुधवार को कहा कि संदिग्ध महिला के चार फेसबुक अकाउंट पाकिस्तान से संचालित थे।

ओडिशा पुलिस (अपराध शाखा) के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) संजीव पांडा ने यहां संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि महिला ऑपरेटिव के सात में से चार फेसबुक अकाउंट हैं, जिस पर आईटीआर चांदीपुर से संवेदनशील जानकारी लीक करने में शामिल जासूसी गिरोह की हैंडलर होने का संदेह हैं। ये खाते पाकिस्तान से संचालित किए गए थे।

पांडा ने कहा, स्थान गुप्त रखने के लिए अमेरिका, जर्मनी और भारत के फर्जी आईपी एड्रेस के माध्यम से खातों का संचालन किया गया था। चार खातों में से तीन इस्लामाबाद से संचालित थे जबकि एक रावलपिंडी से था। कुछ फेसबुक अकाउंट अभी भी सक्रिय हैं और अपराध शाखा द्वारा आगे की चैट देखी जा रही हैं, जिनका विवरण एडीजी ने साझा करने से इनकार कर दिया है, क्योंकि जांच अभी भी जारी है।

विस्तार

डीआरडीओ जासूसी मामले में पाकिस्तान से तार जुड़े होने का खुलासा करते हुए ओडिशा पुलिस ने बुधवार को कहा कि संदिग्ध महिला के चार फेसबुक अकाउंट पाकिस्तान से संचालित थे।

ओडिशा पुलिस (अपराध शाखा) के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) संजीव पांडा ने यहां संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि महिला ऑपरेटिव के सात में से चार फेसबुक अकाउंट हैं, जिस पर आईटीआर चांदीपुर से संवेदनशील जानकारी लीक करने में शामिल जासूसी गिरोह की हैंडलर होने का संदेह हैं। ये खाते पाकिस्तान से संचालित किए गए थे।

पांडा ने कहा, स्थान गुप्त रखने के लिए अमेरिका, जर्मनी और भारत के फर्जी आईपी एड्रेस के माध्यम से खातों का संचालन किया गया था। चार खातों में से तीन इस्लामाबाद से संचालित थे जबकि एक रावलपिंडी से था। कुछ फेसबुक अकाउंट अभी भी सक्रिय हैं और अपराध शाखा द्वारा आगे की चैट देखी जा रही हैं, जिनका विवरण एडीजी ने साझा करने से इनकार कर दिया है, क्योंकि जांच अभी भी जारी है।

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