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ईडी की कार्रवाई: यूनिटेक समूह के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में लंदन स्थित होटल अटैच
एजेंसी, नई दिल्ली।
Published by: Jeet Kumar
Updated Sat, 31 Jul 2021 02:16 AM IST
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इसकी मौजूदा कीमत 58.6 करोड़ है। ईडी के अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि ‘बेड एंड ब्रेकफास्ट’ नाम के इस होटल का स्वामित्व इबॉर्नशोर्न लिमिटेड नाम की कंपनी के पास है, जो कार्नोस्ती समूह की ब्रिटेन स्थित सहायक कंपनी है।
ईडी ने दिल्ली की आर्थिक अपराध शाखा में घर खरीदारों द्वारा दर्ज कराई गईं एफआईआर के आधार पर यूनिटेक समूह के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच शुरू की है। ईडी का कहना है कि घर खरीदारों का 325 करोड़ रुपये यूनिटेक ने ब्रिटेन की कार्नोस्ती समूह में लगाए हैं।
इसमें से 41.3 करोड़ रुपये कार्नोस्ती समूह-इंडिया और इनडिजाइन इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड-साइप्रस के जरिये ब्रिटेन भेज गए। इन पैसों का इस्तेमाल कार्नोस्ती समूह से संबद्ध कंपनी कार्नोस्ती मैनेजमेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम से इबॉनशेर्न लिमिटेड के शेयर खरीदने में किया गया।
ईडी ने यूनीटेक समूह और इसके प्रवर्तकों के खिलाफ इस साल की शुरुआत में पीएमएलए की विभिन्न धाराओं के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया था।
दरअसल, कंपनी और उसके प्रवर्तकों संजय चंद्रा तथा अजय चंद्रा पर आरोप है कि उन्होंने अवैध तरीके से 2000 करोड़ रुपये साइप्रस और केमैन द्वीप भेजे।
एजेंसी ने मामले में चार मार्च को शिवालिक समूह, त्रिकार समूह, यूनीटेक समूह और मुंबई एवं एनसीआर में कार्नोस्ती समूह के 35 ठिकानों पर छापे मारे थे। इस मामले में अब तक कुल 595.61 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की जा चुकी है।
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इसकी मौजूदा कीमत 58.6 करोड़ है। ईडी के अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि ‘बेड एंड ब्रेकफास्ट’ नाम के इस होटल का स्वामित्व इबॉर्नशोर्न लिमिटेड नाम की कंपनी के पास है, जो कार्नोस्ती समूह की ब्रिटेन स्थित सहायक कंपनी है।
ईडी ने दिल्ली की आर्थिक अपराध शाखा में घर खरीदारों द्वारा दर्ज कराई गईं एफआईआर के आधार पर यूनिटेक समूह के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच शुरू की है। ईडी का कहना है कि घर खरीदारों का 325 करोड़ रुपये यूनिटेक ने ब्रिटेन की कार्नोस्ती समूह में लगाए हैं।
इसमें से 41.3 करोड़ रुपये कार्नोस्ती समूह-इंडिया और इनडिजाइन इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड-साइप्रस के जरिये ब्रिटेन भेज गए। इन पैसों का इस्तेमाल कार्नोस्ती समूह से संबद्ध कंपनी कार्नोस्ती मैनेजमेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम से इबॉनशेर्न लिमिटेड के शेयर खरीदने में किया गया।
ईडी ने यूनीटेक समूह और इसके प्रवर्तकों के खिलाफ इस साल की शुरुआत में पीएमएलए की विभिन्न धाराओं के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया था।
दरअसल, कंपनी और उसके प्रवर्तकों संजय चंद्रा तथा अजय चंद्रा पर आरोप है कि उन्होंने अवैध तरीके से 2000 करोड़ रुपये साइप्रस और केमैन द्वीप भेजे।
एजेंसी ने मामले में चार मार्च को शिवालिक समूह, त्रिकार समूह, यूनीटेक समूह और मुंबई एवं एनसीआर में कार्नोस्ती समूह के 35 ठिकानों पर छापे मारे थे। इस मामले में अब तक कुल 595.61 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की जा चुकी है।