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इंडोनेशियाः आतंकी नेता रिहाई के बाद फिर से दे रहा है भड़काऊ और विवादास्पद बयान
जब से वे देश वापस आए हैं, उन्होंने कोरोना वायरस महामारी के कारण लागू सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की अनदेखी करते हुए अपने हजारों समर्थकों की सभाओं को संबोधित किया है। इंडोनेशिया कोरोना महामारी से बुरी तरह प्रभावित देशों में है। यहां संक्रमण के लगभग 4 लाख 90 हजार मामले हो चुक हैं और लगभग 16 हजार मौतें हो चुकी हैं।
रिजीक कि इन सारी गतिविधियों के बावजूद सरकार ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की है। इससे नाराज इंडोनेशिया की मशहूर टीवी अदाकारा निकिता मिरजानी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक कड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस, सेना और सरकार रिजीक के स्वागत में जुटी भारी विशाल भीड़ को देकर सकते में रह गए हैं।
मिरजानी ने रिजीक के स्वागत के लिए हवाई अड्डे पर इकट्ठी हुई भीड़ को हद से गुजर जाना बताया। कहा- स्वागत पागलपन था। हर जगह ट्रैफिक जाम था। रिजीक हमेशा मुश्किलें खड़ी करते हैं, लेकिन उनका गर्मजोशी से स्वागत किया जाता है।
इससे रिजीक और उनके समर्थक भड़क गए। निकिता पर आरोप रहा है कि वे इंडोनेशिया के सामाजिक कायदे के खिलाफ जाकर बहुत छोटे कपड़े पहनती हैं। रिजीक के समर्थकों ने उन्हें अपशब्द कहते हुए सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ जबरदस्त ट्रोलिंग की। इसके बाद निकिता ने अपना पोस्ट इंस्टाग्राम से हटा दिया।
निकिता देश में काफी लोकप्रिय हैं। इंस्टाग्राम पर उनके एक करोड़ से ज्यादा फॉलोवर हैं। 2017 में उऩ्होंने एलान किया था कि वे प्लेबॉय मैग्जीन के फिलीपीन्स संस्करण के लिए पोज देंगी। ये पत्रिका बोल्ड तस्वीरें छापने के लिए बहुचर्चित है। लेकिन बाद में उन्होंने प्लेबॉय से अपना कॉंन्ट्रैक्ट यह कहते रद्द कर दिया कि वे अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ रिश्ता खराब नहीं करना चाहती हैं।
निकिता से विवाद के बाद रिजीक पर स्वास्थ्य नियमों के उल्लंघन की शिकायत दर्ज हुई है। जकार्ता की पब्लिक ऑर्डर एजेंसी ने इस आरोप में उन पर पांच करोड़ रुपिया (लगभग साढ़े तीन हजार डॉलर) का जुर्माना लगाया है। जकार्ता के सेना कमांडर ने चेतावनी दी है कि अगर रिजीक बाज नहीं आए तो उनके संगठन इस्लामिक डिफेंडर्स फ्रंट को भंग कर दिया जाएगा। कमांडर ने रिजीक समर्थकों के प्रदर्शनों के लिए लगाए गए पोस्टरों को भी हटाने का आदेश दिया है।
रिजीक 10 नवंबर को तीन साल बाद देश लौटे। इस दौरान वे सऊदी अरब में रह रहे थे। तीन साल पहले वे हज करने सऊदी अरब गए थे और वहीं रुक गए। उस समय रिजीक पर पोर्नोग्राफी का एक मामला चल रहा था। लेकिन उस मामले में कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया। मामला एक ह्वाट्सऐप चैट से संबंधित था, जिसमें रिजीक अपनी एक महिला समर्थक से बात करते हुए महिलाओं की नंगी तस्वीरें भेज रहे थे। इंडोनेशिया के एंटी पोर्नोग्राफी कानून के तहत ऐसा करना अपराध है।
इंडोनेशिया में महामारी और अर्थव्यवस्था से निपटने में सरकार की नाकामी के कारण जनता में भारी नाराजगी है। पर्येवक्षकों के मुताबिक इसी मौके का फायदा उठाने के लिए रिजीक अपने देश लौटे हैं। उनके समर्थक उन्हें एक ऐसा साहसी इनसान मानते हैं, जो सरकार को टक्कर दे सकता है। लेकिन उनके इस्लाम के ज्ञान पर कई हलकों से सवाल उठाए जाते हैँ। इसके बावजूद हाल में उनकी लोकप्रियता बढ़ती चली गई है।
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