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अफगानिस्तान संकट: हथियारों के साथ गुरुद्वारे में घुसे तालिबान के लड़ाके, कई को बनाया बंधक
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, काबुल
Published by: Jeet Kumar
Updated Wed, 06 Oct 2021 12:58 AM IST
सार
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि तालिबान अधिकारियों ने गुरुद्वारे के सीसीटीवी कैमरों को भी तोड़ दिया। इसके अलावा गुरुद्वारे में भी तोड़फोड़ की गई है।
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इंडियन वर्ल्ड फोरम के अध्यक्ष पुनीत सिंह चंडोक ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि शांति की बात करने तालिबान की काबुल में एक बार फिर तमाम दावों की पोल खुली है। अज्ञात भारी हथियारों से लैस तालिबान के लोगों के एक समूह ने काबुल स्थित गुरुद्वारे में घुसकर कई लोगों को हिरासत में लिया है।
चंडोक ने कहा कि तालिबान के लड़ाकों गुरुद्वारे में काफी उत्पाद मचाया, उन्होंने मौजूद समुदाय को हिरासत में ले लिया है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि तालिबान अधिकारियों ने गुरुद्वारे के सीसीटीवी कैमरों को भी तोड़ दिया। इसके अलावा गुरुद्वारे में भी तोड़फोड़ की गई है। हमले की खबर मिलने पर स्थानीय गुरुद्वारा प्रबंधन भी मौके पर पहुंचा।
करता परवन गुरुद्वारा की दुनियाभर के सिखों के लिए खास जगह है जो अफगानिस्तान के उत्तर-पश्चिमी काबुल में है। तालिबान ने इससे पहले अफगानिस्तान के पूर्वी प्रांत स्थित गुरुद्वारे की छत से निशान साहिब-सिख पवित्र ध्वज को हटा दिया था।
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद यहां अल्पसंख्यकों पर अत्याचार और बर्बरता की खबरे लगातार सामने आ रही हैं। तालिबान अल्पसंख्यकों की धार्मिक और जातीय पहचान के आधार पर हत्याएं कर रहा है। हालांकि तालिबान ने कहा था वह देश के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करेगा लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है।
विस्तार
इंडियन वर्ल्ड फोरम के अध्यक्ष पुनीत सिंह चंडोक ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि शांति की बात करने तालिबान की काबुल में एक बार फिर तमाम दावों की पोल खुली है। अज्ञात भारी हथियारों से लैस तालिबान के लोगों के एक समूह ने काबुल स्थित गुरुद्वारे में घुसकर कई लोगों को हिरासत में लिया है।
चंडोक ने कहा कि तालिबान के लड़ाकों गुरुद्वारे में काफी उत्पाद मचाया, उन्होंने मौजूद समुदाय को हिरासत में ले लिया है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि तालिबान अधिकारियों ने गुरुद्वारे के सीसीटीवी कैमरों को भी तोड़ दिया। इसके अलावा गुरुद्वारे में भी तोड़फोड़ की गई है। हमले की खबर मिलने पर स्थानीय गुरुद्वारा प्रबंधन भी मौके पर पहुंचा।
करता परवन गुरुद्वारा की दुनियाभर के सिखों के लिए खास जगह है जो अफगानिस्तान के उत्तर-पश्चिमी काबुल में है। तालिबान ने इससे पहले अफगानिस्तान के पूर्वी प्रांत स्थित गुरुद्वारे की छत से निशान साहिब-सिख पवित्र ध्वज को हटा दिया था।
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद यहां अल्पसंख्यकों पर अत्याचार और बर्बरता की खबरे लगातार सामने आ रही हैं। तालिबान अल्पसंख्यकों की धार्मिक और जातीय पहचान के आधार पर हत्याएं कर रहा है। हालांकि तालिबान ने कहा था वह देश के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करेगा लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है।