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अनिल देशमुख के खिलाफ चार्टशीट: बार मालिकों से 4.70करोड़ की वसूली की बात आई सामने, ईडी ने कहा- शक्तियों का किया गलत इस्तेमाल
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Published by: प्रांजुल श्रीवास्तव
Updated Sat, 29 Jan 2022 11:15 AM IST
सार
ईडी ने अनिल देशमुख मामले में चार्टशीट दाखिल कर दी है। इसमें कहा गया है कि सचिन वाजे ने कबूल किया है कि उसने देशमुख के इशारे पर ही कोरोना काल में बार मालिकों से वूसली की थी।
महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख।
– फोटो : ANI
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वाजे को बनाया था सीआईयू का प्रमुख
ईडी की जांच में पाया गया कि 16 साल के निलंबन के बाद सचिन वाजे की बहाली में देशमुख की ही भूमिका थी। सहायक पुलिस निरीक्षक होने के बाद बावजूद उन्हें मुंबई पुलिस की खुफिया इकाई (सीआईयू) का प्रमुख बनाया गया था। इतना ही नहीं वाजे को कई प्रमुख जांच का जिम्मा भी दिया गया था, जिससे ऐसे मामलों से मोटी रकम वसूली जा सके।
शिंदे को सौंपी थी नकद रकम
वाजे ने ईडी को दिए बयान में कबूल किया है कि उसने बार मालिकों से वसूल किए गए 4.70 करोड़ रुपये नकद कुंदन शिंदे को सौंपे थे। शिंदे देशमुख का निजी सचिव था और भरोसेमदं आदमी था। शिंदे के श्री साईं शिक्षक संस्था में ही यह रकम रखी गई थी।
विस्तार
वाजे को बनाया था सीआईयू का प्रमुख
ईडी की जांच में पाया गया कि 16 साल के निलंबन के बाद सचिन वाजे की बहाली में देशमुख की ही भूमिका थी। सहायक पुलिस निरीक्षक होने के बाद बावजूद उन्हें मुंबई पुलिस की खुफिया इकाई (सीआईयू) का प्रमुख बनाया गया था। इतना ही नहीं वाजे को कई प्रमुख जांच का जिम्मा भी दिया गया था, जिससे ऐसे मामलों से मोटी रकम वसूली जा सके।
शिंदे को सौंपी थी नकद रकम
वाजे ने ईडी को दिए बयान में कबूल किया है कि उसने बार मालिकों से वसूल किए गए 4.70 करोड़ रुपये नकद कुंदन शिंदे को सौंपे थे। शिंदे देशमुख का निजी सचिव था और भरोसेमदं आदमी था। शिंदे के श्री साईं शिक्षक संस्था में ही यह रकम रखी गई थी।