बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Sat, 21 Nov 2020 03:59 PM IST
लक्ष्मी विलास बैंक
– फोटो : सोशल मीडिया
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने डीबीएस इंडिया के साथ लक्ष्मी विलास बैंक (एलवीबी) के अंतिम विलय की पक्की योजना की घोषणा को संभवत: अगले सप्ताह के लिए टाल दिया है। पहले केंद्रीय बैंक यह योजना शुक्रवार को जारी करने वाला था। केंद्रीय बैंक के एक अधिकारी के अनुसार, रिजर्व बैंक के अगले सप्ताह ऐसा करने की संभावना है।
17 नवंबर को जारी किया था विलय का मसौदा
रिजर्व बैंक ने लक्ष्मी विलास बैंक के ऊपर पाबदियां लगाने के साथ ही 17 नवंबर को उसके विलय का मसौदा भी जारी किया था। रिजर्व बैंक ने कहा था कि वह 20 नवंबर को अंतिम विलय योजना जारी करेगा। हालांकि 20 नवंबर की रात 10 बजे तक रिजर्व बैंक ने अंतिम योजना जारी नहीं की। रिजर्व बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अब यह योजना अगले सप्ताह की शुरुआत में जारी की जाएगी।
प्रवर्तकों के पास 6.8 फीसदी हिस्सेदारी
लक्ष्मी विलास बैंक में प्रवर्तकों के पास महज 6.8 फीसदी हिस्सेदारी है। इसमें 4.8 फीसदी हिस्सेदारी केआर प्रदीप के पास तथा शेष दो फीसदी हिस्सेदारी अन्य तीन प्रवर्तक परिवारों एन राममित्रम, एनटी शाह और एसबी प्रभाकरन के पास है। बैंक में इंडियाबुल्स हाउसिंग की अगुवाई वाले संस्थागत निवेशकों की 20 फीसदी से कुछ अधिक तथा खुदरा शेयरधारकों की 45 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी है।
अन्य संस्थागत निवेशकों के पास इतनी हिस्सेदारी
अन्य संस्थागत निवेशकों में प्रोलिफिक फिनवेस्ट (3.36 फीसदी), श्रेई इंफ्रा फाइनेंस (3.34 फीसदी), कैपरी ग्लोबल एडवाइजरी सर्विसेज (2 फीसदी), एमएन दस्तूर एंड कंपनी (1.89 फीसदी), कैपिटल ग्लोबल होल्डिंग्स (1.82 फीसदी), ट्रिनिटी अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (1.61 फीसदी), बॉयेंस इंफ्रास्ट्रक्चर (1.36 फीसदी) और एलआईसी (1.32 फीसदी) शामिल हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने डीबीएस इंडिया के साथ लक्ष्मी विलास बैंक (एलवीबी) के अंतिम विलय की पक्की योजना की घोषणा को संभवत: अगले सप्ताह के लिए टाल दिया है। पहले केंद्रीय बैंक यह योजना शुक्रवार को जारी करने वाला था। केंद्रीय बैंक के एक अधिकारी के अनुसार, रिजर्व बैंक के अगले सप्ताह ऐसा करने की संभावना है।
17 नवंबर को जारी किया था विलय का मसौदा
रिजर्व बैंक ने लक्ष्मी विलास बैंक के ऊपर पाबदियां लगाने के साथ ही 17 नवंबर को उसके विलय का मसौदा भी जारी किया था। रिजर्व बैंक ने कहा था कि वह 20 नवंबर को अंतिम विलय योजना जारी करेगा। हालांकि 20 नवंबर की रात 10 बजे तक रिजर्व बैंक ने अंतिम योजना जारी नहीं की। रिजर्व बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अब यह योजना अगले सप्ताह की शुरुआत में जारी की जाएगी।
प्रवर्तकों के पास 6.8 फीसदी हिस्सेदारी
लक्ष्मी विलास बैंक में प्रवर्तकों के पास महज 6.8 फीसदी हिस्सेदारी है। इसमें 4.8 फीसदी हिस्सेदारी केआर प्रदीप के पास तथा शेष दो फीसदी हिस्सेदारी अन्य तीन प्रवर्तक परिवारों एन राममित्रम, एनटी शाह और एसबी प्रभाकरन के पास है। बैंक में इंडियाबुल्स हाउसिंग की अगुवाई वाले संस्थागत निवेशकों की 20 फीसदी से कुछ अधिक तथा खुदरा शेयरधारकों की 45 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी है।
अन्य संस्थागत निवेशकों के पास इतनी हिस्सेदारी
अन्य संस्थागत निवेशकों में प्रोलिफिक फिनवेस्ट (3.36 फीसदी), श्रेई इंफ्रा फाइनेंस (3.34 फीसदी), कैपरी ग्लोबल एडवाइजरी सर्विसेज (2 फीसदी), एमएन दस्तूर एंड कंपनी (1.89 फीसदी), कैपिटल ग्लोबल होल्डिंग्स (1.82 फीसदी), ट्रिनिटी अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (1.61 फीसदी), बॉयेंस इंफ्रास्ट्रक्चर (1.36 फीसदी) और एलआईसी (1.32 फीसदी) शामिल हैं।
Source link
Share this:
-
Click to share on Facebook (Opens in new window)
-
Like this:
Like Loading...
bank merger, Banking Beema Hindi News, Banking Beema News in Hindi, Business News in Hindi, dbs bank, dbs india, lakshmi vilas bank, lvb, merger, moratorium, RBI
-
लुधियाना की वुलन होजरी इंडस्ट्री को 5000 करोड़ का झटका, प्रोडक्शन में भारी गिरावट
-
टैक्स चोरी के कारण भारत को हर साल होता है करीब 70 हजार करोड़ का नुकसान
-
जरूरी खबर: अगले महीने से बैंक बदलेंगे पैसों के लेनदेन से जुड़ा ये नियम, जानिए आपको फायदा होगा या नुकसान