एजेंसी, नई दिल्ली
Published by: Kuldeep Singh
Updated Mon, 12 Jul 2021 05:54 AM IST
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पिछले साल प्रधानमंत्री राहत कोष के जरिए इन वेंटिलेटर का आवंटन भी किया गया। जिसके चलते अब तक 56,000 से ज्यादा वेंटीलेटर आवंटित किए गए हैं, लेकिन इनमें से चालू हालत में अभी केवल 42,000 वेंटिलेटर है।
24 फीसदी वेंटिलेटर अब भी मरीजों को उपलब्ध नहीं, कई वेंटिलेटर चालू होने के बाद हुए बंद, यूपी को मिले 6000
बाकी अभी सील के पैक अस्पताल में पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं या फिर खरीदी की प्रक्रिया में है। वह लक्ष्य की तुलना में 24 फीसदी 70 फीसदी अभी भी मरीजों को उपलब्ध नहीं हुए हैं। सिर्फ यूपी को 6000 से अधिक आवंटित हुए हैं लेकिन इनमें से 4258 ही मरीजों को उपलब्ध हैं।
दरअसल दूसरी लहर में ऑक्सीजन बेड के अलावा आईसीयू, वेंटीलेटर की भारी कमी देखने को मिली थी। पहली बार लहर के दौरान जब मामले सामने आए थे। तब सरकार ने अनुमान लगाया था कि शायद अधिक जरूरत न पड़े, लेकिन अलग-अलग म्यूटेशन होने के बाद स्थिति भयावह हुई। अगर पर्याप्त इंतजाम नहीं हुए तो तीसरी लहर में दिक्कत आएगी।
50 हजार पीएम राहत कोष से खरीदें
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक आरटीआई के जवाब में जानकारी दी है कि आठ अलग-अलग कंपनियों के जरिए 59873 वेंटिलेटर की खरीदी हुई है। जिनमें से 56,043 वेंटिलेटर आवंटन की प्रक्रिया में हैं। इन 56,043 में से 47,130 वेंटिलेटर ही अब तक आवंटित हुए हैं जिनमें 42,419 अभी चालू स्थिति में है। 59,873 में से 50,000 लीटर सरकार ने प्रधानमंत्री राहत कोष के जरिए खरीदे हैं।
