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दरअसल, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे पर किए गए आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर पुलिस ने समीत ठक्कर नाम के एक ट्विटर यूजर को गिरफ्तार किया। नागपुर जिला अदालत में पेशी के दौरान ले जाते समय आरोपी के मुंह पर काला कपड़ा डाला गया और उसे रस्सी से बांधकर ले जाया गया। अदालत ने उसे दो नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
भाजपा सांसद ने ठक्कर से साथ हुए बर्ताव को अमानवीय, अवैध और अनैतिक करार दिया है। उन्होंने इसकी तुलना अधिनायकवाद और फासीवाद से की है। वरुण गांधी ने कहा, इस तरह की कार्रवाई (सरकार द्वारा) राष्ट्र को कमजोर करती है और लोकतंत्र और संवाद के लिए खतरनाक है।
ठक्कर के मुंह पर काला कपड़ा डालकर पेशी के लिए ले जाने पर वरुण गांधी ने कहा, यह पूरी तरह से अमानवीय, अवैध और अनैतिक है। लोकतंत्र में संवाद को मजबूत करने के लिए राजनीतिक विरोध हो सकता है और होना भी चाहिए। हमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार है। मनुष्य को अपने विचारों को रखने पर उसके साथ एक जानवर की तरह व्यवहार करना राष्ट्र को कमजोर करता है।
महाराष्ट्र पुलिस की दमनकारी कार्रवाई को लेकर भाजपा नेता ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी व्यक्त की। वहीं, अदालत में ले जाए जाने की तस्वीरें सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर व्यापक नाराजगी देखी गई, जहां उसके सिर को कथित तौर पर काले कपड़े से ढंका गया था और उसके हाथ रस्सी से बंधे हुए थे।
वरुण गांधी ने कहा, जब आप पर कोई आरोप लगाता है, तो आप अदालत जा सकते हैं। वहां पर आप सच बोल सकते हैं और अपने विचार रख सकते हैं। लेकिन जब आप सत्ता का प्रयोग करने लगते हैं और सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने लगते हैं, ताकि विपक्ष को कुचला जा सके या आवाज को दबाया जा सके। इसका मतलब यह है कि आप एक अंधेरी जगह में चले गए हैं। यह एक खतरनाक मिसाल भी पेश करता है।
