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63 वर्षीय इजाबेल ओसोरियो ने कहा कि ऐसा लगता है कि नए राष्ट्रपति प्रवासियों की मदद करना चाहते हैं। वे होंडुरास से हफ्ते भर का सफर बस से तय करके उत्तर मैक्सिको पहुंचे हैं और अमेरिका जाने से पहले टिजुआना में एक सस्ते होटल में ठहरेंगे।
उन्होंने कहा, वे कह रहे हैं कि मदद करेंगे लेकिन मुझे नहीं पता कि यह कितना सच है। ओसोरियो उन हजारों लोगों में शामिल हैं जो इस उम्मीद के साथ अमेरिका-मैक्सिको सीमा पर पहुंचे हैं कि शरण के लिए गुहार लगाएंगे और अमेरिका जा पाएंगे क्योंकि अब राष्ट्रपति के पद पर डोनाल्ड ट्रंप नहीं हैं।
लेकिन इस संबंध में पड़ रहे दबाव को देखते हुए व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने हाल ही में कहा था कि अभी इसका समय नहीं आया है और कई लोगों को वापस कर दिया जाएगा। विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने भी छह फरवरी को इसी तरह की टिप्पणी की थी।
खुली नहीं हैं सीमाएं : ब्लिंकेन
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने होंडुरास, अल साल्वाडोर और ग्वाटेमाला के साथ ट्रंप के कार्यकाल में हुए समझौतों को खत्म करने का ऐलान किया था। लेकिन शरण पाने वालों की बढ़ती संख्या को देखते हुए उन्होंने कहा, स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि, इन कार्रवाइयों का मतलब यह नहीं है कि अमेरिका की सीमा खुल गई हैं।
