सार
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने समुदाय के कल्याण के लिए केंद्र और राज्यों में भाजपा सरकारों द्वारा लागू की गई विभिन्न योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि भाजपा ही देश में मुसलमानों की सबसे बड़ी शुभचिंतक है।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच
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मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने समुदाय के कल्याण के लिए केंद्र और राज्यों में भाजपा सरकारों द्वारा लागू की गई विभिन्न योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि भाजपा ही देश में मुसलमानों की सबसे बड़ी शुभचिंतक है। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सहित विपक्षी दलों ने केवल मुसलमानों को अपना वोट बैंक माना है।
संगठन के राष्ट्रीय संयोजक शाहिद सईद ने बताया कि एमआरएम का निवेदन पत्र पर्चे के रूप में प्रकाशित हुआ है और इसे चुनाव वाले राज्यों में वितरित करने के लिए यहां एक बैठक में इसे जारी किया गया, जिसकी अध्यक्षता एमआरएम के संस्थापक और मुख्य संरक्षक इंद्रेश कुमार ने की।
अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों के बीच निवेदन पत्र बांटे जाएंगे
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर और पंजाब में भाजपा के लिए वोट मांगने के लिए अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों के बीच पर्चे बांटे जाएंगे। साथ ही बताया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने 2014 से अल्पसंख्यक समुदायों के कल्याण के लिए नई रोशनी, नया सवेरा, नई उड़ान, सीखो और कमाओ, उस्ताद और नई मंजिल सहित 36 योजनाएं शुरू की हैं।
आगे कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को प्रधानमंत्री आवास योजना, मुद्रा योजना, जन धन योजना, उज्ज्वला योजना, अटल पेंशन योजना, स्टार्टअप इंडिया और मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई अन्य योजनाओं से भी लाभ हुआ।
मुसलमानों को देश से बाहर कर दिया जाएगा
उन्होंने सवाल किया कि कांग्रेस, सपा और बसपा समेत विपक्षी दल आरएसएस और भाजपा के खिलाफ लंबे समय से यह कह कर दुष्प्रचार कर रहे हैं कि अगर भाजपा सत्ता में आई तो मुसलमानों को देश से बाहर कर दिया जाएगा। कितने मुसलमानों को देश से निकाल दिया गया है, पिछले सात वर्षों में।