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विभाग ने इससे पहले पूर्वानुमान में कहा था कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के 15 जून तक राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने की संभावना है। आईएमडी महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि लेकिन वर्तमान परिस्थिति में इसकी संभावना नहीं है। विभाग ने कहा कि मानसन का उत्तरी छोर का प्रभाव दीव, सूरत, नंदुरबार, भोपाल, नौगोंग, हमीरपुर, बाराबंकी, बरेली, सहारनपुर, अंबाला और अमृतसर में बना हुआ है ।
उसने कहा, दक्षिण पश्चिम मानसून अब तक पूरे प्रायद्वीप (दक्षिणभारत) पूर्वी मध्य एवं पूर्वी एवं उत्तरपूर्वी भारत तथा उत्तरपश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में पहुंचा है। वहां बिना किसी रूकावट के सक्रिय मानसून परिसंचरण एवं निम्न दबाव का क्षेत्र सक्रिय है।
उसने कहा, लेकिन समीप आती मध्य अक्षांशीय पछुआ हवा के कारण उत्तर पश्चिम भारत के बाकी हिस्सों में मानसून धीमा होने की संभावना है। उसने कहा कि मानसून की प्रगति पर लगातार नजर रखी जा रही है और दैनिक आधार पर आगे अद्यतन जानकारी दी जाएगी।
दिल्ली को मानसून के लिए करना पड़ सकता है और इंतजार
उत्तर-पश्चिम भारत में मानसून की गति धीमी हो गई है और अगले दो दिनों के भीतर इसके राजधानी दिल्ली में पहुंचने की कोई संभावना नहीं है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
मौसम विभाग ने पहले अनुमान व्यक्त किया था कि मानसून संबंधी हवाएं 15 जून तक दिल्ली पहुंच सकती हैं। आम तौर पर दिल्ली में मानसून 27 जून तक पहुंचता है और यह आठ जुलाई तक पूरे देश में अपना प्रभाव दिखाने लगता है।
आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा, पश्चिमी हवाओं के कारण उत्तर-पश्चिम भारत में मानसून की गति धीमी हो गई है। अगले दो दिनों के भीतर इसके दिल्ली पहुंचने की संभावना कम है। हालांकि राजधानी में मंगलवार और बुधवार को हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
