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मेटा ने भारत में पांच लाख महिलाओं के नेतृत्व वाले एसएमबी के लिए फिक्की के साथ की साझेदारी

टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: प्रदीप पाण्डेय
Updated Fri, 28 Jan 2022 05:33 PM IST

सार

भारत में फेसबुक का उपयोग करने वाले 52% छोटे व्यवसायों ने पिछले महीने अपनी बिक्री का कम से कम 25% डिजिटल तरीके से हासिल किया है।

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मेटा ने अपने #SheMeansBusiness कार्यक्रम के तहत भारत में 5 लाख महिलाओं के नेतृत्व वाले छोटे व्यवसायों को सक्षम और समर्थन करने के लिए फिक्की के ‘एम्पॉवरिंग द ग्रेटर 50%’ के साथ भागीदारी की है। मेटा के राष्ट्रीय महिला उद्यमिता शिखर सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान इसकी घोषणा की गई, ताकि उद्योग संवाद को प्रोत्साहित करने और सभी क्षेत्रों में एमएसएमई का समर्थन करने के लिए कदम उठाए जा सके। 

पूंजी और प्रासंगिक डिजिटल उपकरणों तक पहुंच महिलाओं के नेतृत्व वाले व्यवसायों के सामने प्रमुख चुनौतियों के रूप में बरकरार है। भारत में 63 मिलियन से अधिक छोटे व्यवसायों में से लगभग 20% का स्वामित्व महिलाओं के पास है, जो अधिक लैंगिक समानता लाने की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हैं। अनुसंधान और अध्ययनों से पता चलता है कि लड़कियों और महिलाओं को ऑनलाइन लाने से आर्थिक प्रगति को बढ़ावा मिल सकता है, बाजारों का विस्तार हो सकता है और सभी के लिए स्वास्थ्य और शिक्षा के परिणामों में सुधार हो सकता है। भारत में फेसबुक का उपयोग करने वाले 52% छोटे व्यवसायों ने पिछले महीने अपनी बिक्री का कम से कम 25% डिजिटल तरीके से हासिल किया है।

इस साझेदारी के साथ, मेटा तीन पहलों के माध्यम से अपना समर्थन देगी
• फेसबुक बिजनेस कोच – व्हाट्सएप पर मेटा के शैक्षिक चैटबॉट टूल के माध्यम से महिला उद्यमियों को स्वंय से सामने आए पाठों तक पहुंचने का मौका मिलेगा और उन्हें डिजिटल उपस्थिति को स्थापित करने और उसे बनाए रखने का तरीका सीखने में मदद करेगा।
• ग्रो योर बिजनेस हब, सूक्ष्म, लघु और मध्यम व्यवसायों के लिए प्रासंगिक जानकारी, उपकरण और संसाधनों को खोजने के लिए एक वन स्टॉप ऑनलाइन गंतव्य है ताकि इन व्यवसायों को उनकी विकास आवश्यकताओं के लिए क्यूरेटेड या उनकी जरूरतों के मुताबिक टूल खोजने के लिए और सशक्त बनाया जा सके।
• इसके अलावा, मेटा का कॉमर्स पार्टनर प्रोग्राम व्यवसायों को डिजिटल उपस्थिति बनाने, सीधे ग्राहक तक जाने और तकनीक की शक्ति का उपयोग करने में सक्षम बनाएगा। इन व्यवसायों के पास अतिरिक्त ऑनबोर्डिंग (लोगों को जोड़ने) समर्थन, प्रशिक्षण और तरजीही मूल्य निर्धारण के साथ, हमारे भागीदारों के माध्यम से खुदरा मूल्य श्रृंखला में उस श्रेणी का सर्वश्रेष्ठ समाधान अपनाने का अवसर होगा।

इस मौके पर भारत के माइक्रो, स्मॉल एवं मीडियम एंटरप्राइजेज मंत्री नारायण राणे ने कहा, ‘सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिये डिजिटल को अपनाने से कई व्यवसायों की वृद्धि हुई है और वे सफल हुए हैं। लेकिन देश के ठोस समावेशी आर्थिक विकस के लिये हमें अवसरों की पेशकश करने वाला एक इकोसिस्टम बनाकर महिलाओं के स्वामित्व वाले व्यवसायों को सहयोग देने की जरूरत है। हमें आशा है कि महिलाओं के स्वामित्व वाले 5 लाख व्यवसायों को सहयोग देने का मेटा का संकल्प महिलाओं के लिये एक सहयोगी इकोसिस्टम बनाएगा और देश के समग्र विकास में योगदान देने के लिये उन्हें प्रेरित करेगा।’

मेटा के साथ साझेदारी पर फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के प्रेसिडेंट संजीव मेहता ने कहा, ‘फिक्की-एफएलओ एम्पावरिंग द ग्रेटर 50% महिला सशक्तिकरण का एक महत्वाकांक्षी मिशन है, जो महिलाओं की उद्यमिता और निर्णय लेने सम्बंधी कुशलताएं बढ़ाने के लिये है। हमारी सरकार महिलाओं के आगे बढ़ने के लिये प्रगतिशील नीतियों के माध्यम से कई अवसर निर्मित कर रही है। हालांकि महिलाओं द्वारा संचालित विकास पर ध्यान के साथ लैंगिक आधार पर समावेशी राष्ट्र बनाने के साझा सपने को पूरा करने के लिये संयुक्त प्रयासों और कई साझीदारों के साथ भागीदारियों की आवश्यकता है। इंडिया इंक इसके लिये प्रतिबद्ध है। मेटा के साथ हमारी भागीदारी महिलाओं को पूरा जरूरी सहयोग प्रदान कर उन्हें उद्यमिता को अपनाने के लिये प्रोत्साहित करेगी; इस प्रकार आत्मनिर्भर और समावेशी राष्ट्र बनने के सरकार के बड़े एजेंडा के अनुसार मौजूदा प्रयासों का विस्तार होगा।’

फेसबुक इंडिया (मेटा) के वाइस प्रेसिडेंट और मैनेजिंग डायरेक्टर अजीत मोहन ने कहा, “महामारी दुनिया भर के छोटे व्यवसायों के लिए एक आर्थिक संकट रही है। संसाधनों की कमी के कारण महिलाओं के नेतृत्व वाले व्यवसाय विशेष रूप से प्रभावित हुए हैं। हमने देखा है कि जब सही साधनों और संसाधनों तक पहुंच का समर्थन किया जाता है, तो इन महिलाओं के नेतृत्व वाले व्यवसाय आर्थिक रूप से अधिक मजबूत हो जाते हैं। भारत के महिलाओं के नेतृत्व वाले व्यवसायों की मदद करने के लिए, हम उपयुक्त डिजिटल उपकरणों और संसाधनों के साथ जमीनी स्तर पर 5 लाख महिलाओं को सक्षम करने के लिए फिक्की के साथ साझेदारी कर रहे हैं। यह गुड़गांव में हमारे नए कार्यालय में हमारे सेंटर फॉर फ्यूलिंग इंडियाज न्यू इकॉनमी (सी-फाइन) के माध्यम से अगले 3 वर्षों में 1 करोड़ छोटे व्यवसायों को सक्षम करने की हमारी प्रतिबद्धता का एक हिस्सा है।’

विस्तार

मेटा ने अपने #SheMeansBusiness कार्यक्रम के तहत भारत में 5 लाख महिलाओं के नेतृत्व वाले छोटे व्यवसायों को सक्षम और समर्थन करने के लिए फिक्की के ‘एम्पॉवरिंग द ग्रेटर 50%’ के साथ भागीदारी की है। मेटा के राष्ट्रीय महिला उद्यमिता शिखर सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान इसकी घोषणा की गई, ताकि उद्योग संवाद को प्रोत्साहित करने और सभी क्षेत्रों में एमएसएमई का समर्थन करने के लिए कदम उठाए जा सके। 

पूंजी और प्रासंगिक डिजिटल उपकरणों तक पहुंच महिलाओं के नेतृत्व वाले व्यवसायों के सामने प्रमुख चुनौतियों के रूप में बरकरार है। भारत में 63 मिलियन से अधिक छोटे व्यवसायों में से लगभग 20% का स्वामित्व महिलाओं के पास है, जो अधिक लैंगिक समानता लाने की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हैं। अनुसंधान और अध्ययनों से पता चलता है कि लड़कियों और महिलाओं को ऑनलाइन लाने से आर्थिक प्रगति को बढ़ावा मिल सकता है, बाजारों का विस्तार हो सकता है और सभी के लिए स्वास्थ्य और शिक्षा के परिणामों में सुधार हो सकता है। भारत में फेसबुक का उपयोग करने वाले 52% छोटे व्यवसायों ने पिछले महीने अपनी बिक्री का कम से कम 25% डिजिटल तरीके से हासिल किया है।

इस साझेदारी के साथ, मेटा तीन पहलों के माध्यम से अपना समर्थन देगी

• फेसबुक बिजनेस कोच – व्हाट्सएप पर मेटा के शैक्षिक चैटबॉट टूल के माध्यम से महिला उद्यमियों को स्वंय से सामने आए पाठों तक पहुंचने का मौका मिलेगा और उन्हें डिजिटल उपस्थिति को स्थापित करने और उसे बनाए रखने का तरीका सीखने में मदद करेगा।

• ग्रो योर बिजनेस हब, सूक्ष्म, लघु और मध्यम व्यवसायों के लिए प्रासंगिक जानकारी, उपकरण और संसाधनों को खोजने के लिए एक वन स्टॉप ऑनलाइन गंतव्य है ताकि इन व्यवसायों को उनकी विकास आवश्यकताओं के लिए क्यूरेटेड या उनकी जरूरतों के मुताबिक टूल खोजने के लिए और सशक्त बनाया जा सके।

• इसके अलावा, मेटा का कॉमर्स पार्टनर प्रोग्राम व्यवसायों को डिजिटल उपस्थिति बनाने, सीधे ग्राहक तक जाने और तकनीक की शक्ति का उपयोग करने में सक्षम बनाएगा। इन व्यवसायों के पास अतिरिक्त ऑनबोर्डिंग (लोगों को जोड़ने) समर्थन, प्रशिक्षण और तरजीही मूल्य निर्धारण के साथ, हमारे भागीदारों के माध्यम से खुदरा मूल्य श्रृंखला में उस श्रेणी का सर्वश्रेष्ठ समाधान अपनाने का अवसर होगा।

इस मौके पर भारत के माइक्रो, स्मॉल एवं मीडियम एंटरप्राइजेज मंत्री नारायण राणे ने कहा, ‘सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिये डिजिटल को अपनाने से कई व्यवसायों की वृद्धि हुई है और वे सफल हुए हैं। लेकिन देश के ठोस समावेशी आर्थिक विकस के लिये हमें अवसरों की पेशकश करने वाला एक इकोसिस्टम बनाकर महिलाओं के स्वामित्व वाले व्यवसायों को सहयोग देने की जरूरत है। हमें आशा है कि महिलाओं के स्वामित्व वाले 5 लाख व्यवसायों को सहयोग देने का मेटा का संकल्प महिलाओं के लिये एक सहयोगी इकोसिस्टम बनाएगा और देश के समग्र विकास में योगदान देने के लिये उन्हें प्रेरित करेगा।’

मेटा के साथ साझेदारी पर फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के प्रेसिडेंट संजीव मेहता ने कहा, ‘फिक्की-एफएलओ एम्पावरिंग द ग्रेटर 50% महिला सशक्तिकरण का एक महत्वाकांक्षी मिशन है, जो महिलाओं की उद्यमिता और निर्णय लेने सम्बंधी कुशलताएं बढ़ाने के लिये है। हमारी सरकार महिलाओं के आगे बढ़ने के लिये प्रगतिशील नीतियों के माध्यम से कई अवसर निर्मित कर रही है। हालांकि महिलाओं द्वारा संचालित विकास पर ध्यान के साथ लैंगिक आधार पर समावेशी राष्ट्र बनाने के साझा सपने को पूरा करने के लिये संयुक्त प्रयासों और कई साझीदारों के साथ भागीदारियों की आवश्यकता है। इंडिया इंक इसके लिये प्रतिबद्ध है। मेटा के साथ हमारी भागीदारी महिलाओं को पूरा जरूरी सहयोग प्रदान कर उन्हें उद्यमिता को अपनाने के लिये प्रोत्साहित करेगी; इस प्रकार आत्मनिर्भर और समावेशी राष्ट्र बनने के सरकार के बड़े एजेंडा के अनुसार मौजूदा प्रयासों का विस्तार होगा।’

फेसबुक इंडिया (मेटा) के वाइस प्रेसिडेंट और मैनेजिंग डायरेक्टर अजीत मोहन ने कहा, “महामारी दुनिया भर के छोटे व्यवसायों के लिए एक आर्थिक संकट रही है। संसाधनों की कमी के कारण महिलाओं के नेतृत्व वाले व्यवसाय विशेष रूप से प्रभावित हुए हैं। हमने देखा है कि जब सही साधनों और संसाधनों तक पहुंच का समर्थन किया जाता है, तो इन महिलाओं के नेतृत्व वाले व्यवसाय आर्थिक रूप से अधिक मजबूत हो जाते हैं। भारत के महिलाओं के नेतृत्व वाले व्यवसायों की मदद करने के लिए, हम उपयुक्त डिजिटल उपकरणों और संसाधनों के साथ जमीनी स्तर पर 5 लाख महिलाओं को सक्षम करने के लिए फिक्की के साथ साझेदारी कर रहे हैं। यह गुड़गांव में हमारे नए कार्यालय में हमारे सेंटर फॉर फ्यूलिंग इंडियाज न्यू इकॉनमी (सी-फाइन) के माध्यम से अगले 3 वर्षों में 1 करोड़ छोटे व्यवसायों को सक्षम करने की हमारी प्रतिबद्धता का एक हिस्सा है।’

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