एजेंसी, यरूशलम
Published by: देव कश्यप
Updated Fri, 22 Oct 2021 06:40 AM IST
सार
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि मेरा मानना है कि हम देश, राज्य व्यवस्था और समाज के रूप में संबंधों के एक उच्च शिखर पर पहुंच गए हैं। यह हर उस व्यक्ति की सफलता का प्रमाण है, जिसने इस परिवर्तन में योगदान दिया है। यह द्विपक्षीय रिश्ता एक तरह से शख्सियतों के परे जा चुका है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर
– फोटो : ANI
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विस्तार
उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि हम देश, राज्य व्यवस्था और समाज के रूप में संबंधों के एक उच्च शिखर पर पहुंच गए हैं। यह हर उस व्यक्ति की सफलता का प्रमाण है, जिसने इस परिवर्तन में योगदान दिया है। यह द्विपक्षीय रिश्ता एक तरह से शख्सियतों के परे जा चुका है। हालांकि आपसी संबंधों को ऊंचाई पर पहुंचाने वाले व्यक्तियों की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकारते हुए उन्होंने कहा, हमें उन लोगों की सराहना करनी चाहिए, जिन्होंने इसे संभव बनाया। शनिवार को प्रसारित होने वाले इस साक्षात्कार में जयशंकर ने बताया कि वह इस्राइल में नई सरकार से सीधे बात करने आए थे।
2017 में पीएम मोदी के इस्राइल दौरे से द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी बढ़ी थी
जुलाई 2017 में पीएम नरेंद्र मोदी के इस्राइल दौरे के दौरान दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध रणनीतिक साझेदारी की ओर बढ़े थे। तब से ही भारत-इस्राइल ने ज्ञान आधारित साझेदारी, अनुसंधान और नवाचार में सहयोग और मेक इन इंडिया पहल पर ध्यान केंद्रित किया है।
पूर्व इस्राइली पीएम नेतन्याहू के हटने के बाद संबंधों पर आशंका जताई जा रही थी
हालांकि, पूर्व इस्राइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के पद से हटने के बाद द्विपक्षीय संबंधों को लेकर कई तरह की आशंकाएं जाहिर की जा रही थीं। लेकिन भारतीय विदेश मंत्री की यात्रा के दौरान आपसी गर्मजोशी और शीर्ष नेतृत्व से लंबी बातचीत ने इन पर विराम लगा दिया है। बता दें कि जयशंकर पांच दिवसीय दौरे पर इस्राइल गए थे, जो बृहस्पतिवार को समाप्त हो गया।