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इस सम्मेलन को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा कि द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन दोनों नेताओं को संबंधों की व्यापक समीक्षा और रूपरेखा तय करने का अवसर देगा। मंत्रालय ने कहा कि इसके साथ ही दोनों नेता बड़े क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर अपने विचार साझा करेंगे।
बता दें कि यूरोपीय संघ में इटली, भारत का पांचवां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और दोनों पक्ष कई क्षेत्रों में आर्थिक सहयोग बढ़ाने को लेकर इच्छुक हैं। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2019 में 9.52 बिलियन यूरो का था। भारत में विभिन्न क्षेत्रों में इटली की करीब 600 बड़ी कंपनियां सक्रिय हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि वाणिज्य, पर्यावरण, मीडिया, फिल्म निर्माण, निवेश और मत्स्य में सहयोग बढ़ाने के समझौते पर शिखर सम्मेलन के दौरान हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि इटली, भारत और यूरोपीय संघ के बीच वाणिज्य और निवेश समझौतों में प्रगति को लेकर भी आशावान है।