सार
मुख्यमंत्री येदियुरप्पा का 26 जुलाई को मुख्यमंत्री के रूप में उनका आखिरी दिन हो सकता है। क्योंकि एक बार उन्होंने कहा था कि 25 जुलाई को जो भी राष्ट्रीय नेतृत्व उन्हें निर्देश देगा, वह करेंगे और आज 25 जुलाई है।
ख़बर सुनें
विस्तार
कर्नाटक के सीएम येदियुरप्पा ने कहा कि जब से ‘मैंने मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला, तब तक मुझे प्राकृतिक आपदाओं जैसी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा था, जिनका सामना राज्य ने पहले कभी नहीं किया था और कोरोना महामारी, जिसने जीवन को तबाह कर दिया था। अब एक बार फिर बाढ़ जैसी आपदा कर्नाटक के सामने है।’
भाजपा हाईकमान की तरफ से कोई आधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन माना जा रहा है येदियुरप्पा का 26 जुलाई को मुख्यमंत्री के रूप में उनका आखिरी दिन हो सकता है। क्योंकि एक बार उन्होंने कहा था कि 25 जुलाई को जो भी राष्ट्रीय नेतृत्व उन्हें निर्देश देगा, वह करेंगे और आज 25 जुलाई है।
सीएम येदियुरप्पा ने आगे कहा कि ‘मुझे संतोष है कि इन सब चुनौतियों के बावजूद मैं लोगों के जीवन स्तर और उनकी वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए कदम उठा सका हूं। मैं चुनौती का सामना करने में लोगों के समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं।’
कर्नाटक की राजनीति में येदियुरप्पा काफी बड़ा नाम हैं। येदियुरप्पा का लंबा राजनीतिक जीवन शिकारीपुरा में पुरसभा अध्यक्ष के रूप में शुरू हुआ पहली बार 1983 में शिकारीपुरा से विधान सभा के लिए चुने गए और वहां से आठ बार जीते। कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में यह उनका चौथा कार्यकाल है।
इस बीच उन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे। सरकार गिराने में भी उनका नाम आया। यह कार्यकाल विवादों में घिर गया था क्योंकि कई भाजपा नेताओं ने येदियुरप्पा के खिलाफ खुले विद्रोह की घोषणा की थी।
येदियुरप्पा ने कहा है कि सीएम की कुर्सी छोड़ने के बाद वह पार्टी के लिए काम करेंगे। साथ ही कहा, पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह और नड्डा का मेरे प्रति विशेष प्रेम और विश्वास है। आप जानते हैं कि 75 वर्ष की आयु पार करने वालों को कोई पद नहीं दिया गया है।