वर्तमान सरकार ने इन्वेस्टर मीट के जरिये 92 हजार करोड़ रुपये के लिए 603 एमओयू साइन तो किए, लेकिन यह सभी धरातल पर कब दिखेंगे, कुछ कहा नहीं जा सकता। प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय अब 1,95,255 रुपये है जबकि वर्ष 2011-12 में यह 87,721 रुपये थी। सकल घरेलू उत्पाद 1,65,472 रुपये है जबकि वर्ष 2011-12 में यह 72,720 था।
सकल घरेलू उत्पाद में से कृषि, बागवानी आदि (प्राथमिक क्षेत्र) से 14.58 फीसदी, उद्योग, निर्माण, विद्युत, गैस व जलापूर्ति आदि (गौण क्षेत्र) से 41.94 फीसदी और पर्यटन, परिवहन, आवासीय आदि (सेवा क्षेत्र) से 43.48 फीसदी आता है। प्रदेश की आर्थिकी में पर्यटन उद्योग का विशेष योगदान है। हिमाचल प्रदेश में सकल घरेलू उत्पाद का 7 फीसदी पर्यटन से ही आता है। यह प्रदेश के रोजगार व स्वरोजगार की रीढ़ बना हुआ है।
पिछले 50 वर्षों में सत्तासीन सरकारों ने प्रदेश में खेती व बागवानी को बढ़ावा दिया है। आज प्रदेश में कुल फसल 36,12,000 मीट्रिक टन और फल उत्पादन 8,45,422 मीट्रिक टन से अधिक हो रहा है। वर्तमान में 5000 करोड़ रुपये प्रतिवर्ष का योगदान देकर सेब हिमाचल की मुख्य नकदी फसल बन गया है। पिछले दो साल के बजट पर नजर दौड़ाई जाए तो वर्ष 2021-22 का कुल बजट 50192 करोड़ रखा गया। इसमें राजकोषीय घाटा 7789 करोड़ रुपये व राजस्व घाटा 1463 रुपये का अनुमान है। हालांकि, यह राजस्व घाटा कोरोनाकाल से लॉकडाउन या बाजार प्रभावित रहने के कारण माना जा रहा है।
देश का सबसे बड़ा हाइड्रो पावर स्टेशन भी यहीं
रामपुर शहर के पास वर्ष 1944 में सतलुज नदी पर भाखड़ा बांध के सर्वेक्षण एवं अन्वेषण का कार्य शुरू हो गया था। वर्तमान में यहां 2,918 मेगावाट बिजली बन रही है।
पेपरलेस होंगे सरकारी विभाग
विधानसभा में पूरा कामकाज व सत्र की कार्यवाही अब पेपरलेस हो चुकी है। पुलिस चौकियों को रिपोर्टिंग चौकियों का रूप दे दिया गया है, ताकि लोग वहां शिकायत दर्ज करा सकें। व्हाट्सएप या ईमेल करके भी शिकायत दर्ज कराने की सुविधा मिल गई है।
‘बड़ी सरकार’ की ग्रीष्मकालीन राजधानी शिमला
शिमला अंग्रेजी हुकूमत यानी ‘बड़ी सरकार’ की ग्रीष्मकालीन राजधानी रहा है। सन 1864 में शिमला को ग्रीष्मकालीन राजधानी और ब्रिटिश आर्मी का बेस कैंप बनाया गया। इसके बाद अंग्रेजों ने इस क्षेत्र का विकास किया। देश के स्वतंत्र होने के बाद 15 अप्रैल 1948 को छोटी-बड़ी 30 रियासतों को मिलाकर एक केंद्रशासित राज्य के रूप में भारत के नक्शे पर अस्तित्व में आया। इनमें से 26 रियासतों को मिलाकर एक ही महासू जिला बना था।
महासू के अतिरिक्त सिरमौर, मंडी और चंबा तीन जिले बने थे। जुलाई 1954 में पांचवां जिला बिलासपुर नाम से हिमाचल प्रदेश में शामिल हुआ। इसके बाद हिमाचल के तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. वाईएस परमार के प्रयास से तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने शिमला के रिज मैदान से 25 जनवरी 1971 को हिमाचल का पूर्ण राज्य का दर्जा देने की घोषणा की।