एजेंसी, वाशिंगटन
Published by: Kuldeep Singh
Updated Thu, 25 Mar 2021 02:56 AM IST
प्रतीकात्मक तस्वीर
– फोटो : सोशल मीडिया
अमेरिकी न्याय विभाग ने भारतीय दवा निर्माता कंपनी को रिकॉर्ड छिपाने और नष्ट करने का दोषी मानते हुए पांच करोड़ डॉलर का जुर्माना लगाया है। चूंकि किसी भी दवा को मंजूरी देने से पहले एफडीए जगह का निरीक्षण करती है और वर्ष 2013 में इस टीम ने प्लांट का निरीक्षण करते वक्त पाया कि कंपनी ने ना केवल जरूरी रिकॉर्ड छिपाए बल्कि उन्हें नष्ट भी किया।
कैंसर की दवा बनाने वाली फ्रेजेनियस काबी ऑन्कोलॉजी लिमिटेड (एफकेओएल) को एफडीए कानूनों के उल्लंघन का दोषी पाया गया। कंपनी पर तीन करोड़ डॉलर का आपराधिक जुर्माना लगाने के साथ दो करोड़ डॉलर का अतिरिक्त जुर्माना लगाया गया है।
विस्तार
अमेरिकी न्याय विभाग ने भारतीय दवा निर्माता कंपनी को रिकॉर्ड छिपाने और नष्ट करने का दोषी मानते हुए पांच करोड़ डॉलर का जुर्माना लगाया है। चूंकि किसी भी दवा को मंजूरी देने से पहले एफडीए जगह का निरीक्षण करती है और वर्ष 2013 में इस टीम ने प्लांट का निरीक्षण करते वक्त पाया कि कंपनी ने ना केवल जरूरी रिकॉर्ड छिपाए बल्कि उन्हें नष्ट भी किया।
कैंसर की दवा बनाने वाली फ्रेजेनियस काबी ऑन्कोलॉजी लिमिटेड (एफकेओएल) को एफडीए कानूनों के उल्लंघन का दोषी पाया गया। कंपनी पर तीन करोड़ डॉलर का आपराधिक जुर्माना लगाने के साथ दो करोड़ डॉलर का अतिरिक्त जुर्माना लगाया गया है।
Source link
Share this:
-
Click to share on Facebook (Opens in new window)
-
Like this:
Like Loading...
50 million doller, america, american news, cancer, fda, fkol, frégenius kabi oncology limited, frégenius kabi oncology limited (fkol), india, india america, indian, indian pharmaceutical company, Us justice department, us justice department imposes fine of 50 million d, World Hindi News, World News in Hindi, फ्रेजेनियस काबी ऑन्कोलॉजी लिमिटेड (एफकेओएल)
-
इस्राइल: मतगणना के बीच बहुमत से दूर नेतन्याहू, किंगमेकर हो सकते हैं बेनेट
-
बाइडन प्रशासन ने की घोषणा : भारत से आंतरिक सुरक्षा पर दोबारा संवाद करेगा अमेरिका
-
उत्तर कोरिया ने किया कम दूरी की मिसाइलों का परीक्षण