एजेंसी, वाशिंगटन
Published by: Kuldeep Singh
Updated Wed, 20 Oct 2021 01:16 AM IST
सार
व्हाइट हाउस की इस सूची में जगह बनाने वाले तीन भारतीय-अमेरिकियों में कैलिफोर्निया के सनी पटेल एवं जॉय बसु तथा न्यूजर्सी के आकाश शाह शामिल हैं। व्हाइट हाउस फेलोशिप कार्यक्रम के तहत कई पृष्ठभूमियों के पेशेवर चुने जाते हैं, जो एक साल तक व्हाइट हाउस कर्मियों, कैबिनेट मंत्रियों और सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के पूर्णकालिक फेलो के रूप में कार्य करते हैं
व्हाइट हाउस, अमेरिका
– फोटो : Social media
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विस्तार
सूची में जगह बनाने वालों में सनी पटेल, जॉय बसु और आकाश शाह शामिल
इस सूची में जगह बनाने वाले तीन भारतीय-अमेरिकियों में कैलिफोर्निया के सनी पटेल एवं जॉय बसु तथा न्यूजर्सी के आकाश शाह शामिल हैं। सैन फ्रांसिस्को की जॉय बसु को ‘व्हाइट हाउस जेंडर पॉलिसी काउंसिल में नियुक्त किया गया है। इससे पहले वह प्रामाणिक और प्रभावित करने वाले विकास संबंधी नवीन व्यवसायों के लिए एक वरिष्ठ सलाहकार के रूप में कार्य कर चुकी हैं।
सनी पटेल को गृह सुरक्षा विभाग में नियुक्त किया गया है। पटेल एक बाल एवं किशोर मनोचिकित्सक और सार्वजनिक स्वास्थ्य चिकित्सक हैं, जो बच्चों और परिवारों के लिए समान स्वास्थ्य प्रणालियों का निर्माण करना चाहते हैं। तीसरे भारतवंशी आकाश शाह को स्वास्थ्य एवं मानवसेवा विभाग में नियुक्त किया गया है।
जॉय, सनी और आकाश का खास मुकाम
जॉय बसु टीपीजी ग्रोथ में पहली चीफ ऑफ स्टाफ थीं, जहां उन्होंने ‘द राइज फंड’ का निर्माण किया, जो एक महत्वपूर्ण एवं प्रभावी निवेश मंच है। सनी पटेल ने हाल ही में न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय में अपनी फेलोशिप पूरी की, जहां उन्होंने बाल चिकित्सा कैंसर क्लीनिक में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं संबंधी एक मॉडल बनाया था।
सनी के अनुसंधान कई पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए थे। उनके अनुसंधान को संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी पेश किया गया था। आकाश शाह हैकेनसैक मेरिडियन हेल्थ के आपात कक्ष में चिकित्सक के रूप में सेवाएं देने वाले शख्स हैं जिन्होंने कोविड-19 के शुरुआती मरीजों के उपचार में मदद की थी।
इतिहास का सबसे विविध वर्ग
‘प्रेसिडेंट्स कमीशन ऑन व्हाइट हाउस फेलो’ ने इस बार फेलो चुने गए युवाओं को इस कार्यक्रम के इतिहास का सबसे विविध वर्ग करार दिया था। इस कार्यक्रम को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति लिंडन बी जॉनसन ने 1964 में शुरू किया था।